अपने जिगर के टुकड़े का कत्ल कर गंगा में फेंक दिए गए छह के मासूम अंश का बुधवार को दिन भर चली खोजबीन के बाद भी कुछ अता पता नहीं चल सका। जल पुलिस के साथ साथ परिजन भी गंगा किनारे डटे रहे। कनखल की सर्वप्रिय विहार कालोनी के रहने वाले दीपक बलूनी की पत्नी संगीता बलूनी ने अपने छह माह के बेटे अंश की गंगा में डूबाकर हत्या कर दी थी और शव को गंगा में बहा डाला था।
आरोपी मां ने बेटे के घर से गायब होने की कहानी गढ़कर पुलिस को एक बारगी उलझाने की कोशिश की थी लेकिन सीसीटीवी फुटेज के आगे उसकी कहानी टिक नहीं सकी थी। मां ने कबूला था कि बेटे के लगातार स्तनपान करने एवं रोने से आजिज आकर उसने उसकी हत्या कर शव बहा दिया है।
मासूम का शव श्रीयंत्र मंदिर के सामने गंगा घाट की रेलिंग पर भी अटका था, जिसकी फोटो खींचकर एक राहगीर ने पुलिस को भेजी थी। कनखल पुलिस ने चंद घंटों में मासूम के गायब होने की गुत्थी को सुलझाकर मां को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उसने बाकायदा फोटोग्राफ भी भेजे थे। एसओ ने जब वह फोटो महिला को दिखाए तो उसने अपने बेटे जैसे कपड़े बताए थे। इधर, मासूम का अता पता अब तक नहीं चल सका है। एसओ हरिओमराज चौहान ने बताया कि मासूम की तलाश में बुधवार को भी दिन भर जल पुलिस गंगा की मुख्य धारा में उतरी थी लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिल सकी। महिला ने जुर्म कबूलते हुए बताया था कि बेटा स्तनपान ही करता था और रोता भी बहुत था। इस बात से वह बेहद परेशान हो चुकी थी। इसी वजह से उसने बेटे की हत्या करने की ठान ली थी। हत्या के बाद पुलिस के सामने बात करते हुए भी उसके चेहरे पर बेटे के लापता हो जाने जैसा कोई दुख नजर ही नहीं आ रहा था।
हीरो मोटो कोर्प में कार्यरत मूल रूप से जयहरीखाल (पौड़ी) के रहने वाले दीपक बलूनी की शादी पांच साल पहले गुमानीवाला, ऋषिकेश की रहने वाली संगीता से हुई थी। संडे की देर शाम खुलासे से पूर्व पुलिस ने पति को भरोसे में ले लिया था। इसके बाद उसका पत्नी से आमना सामना कराया था। बेटे की हत्या की आरोपी संगीता कम बोलती है। पुलिस ने जब उसकी मानसिक मनोदशा को लेकर पड़ताल की तब यह बात सामने आई। पुलिस की माने तो बेटे के कत्ल का खुलासा कर देने के बाद वह कुछ नहीं बोली।