आज पूरे भारत में वो समय है जब नौकरी और शिक्षा के लिए युवा विदेशों की ओर रुख कर रहे हैं उत्तराखंड भी इससे अछूता नहीं है पहाड़ी प्रदेश के हजारों लोग अच्छी नौकरी की तलाश में दुनियांभर में जाकर रहने लगे हैं। पर एक बात है जो सबको अपनी और खींच लाती है और वो है पहाड़ के लिए इनका प्रेम, अपनी भूमि के प्रति उनका लगाव ही है कि सात समंदर पार रहकर भी वह अपनी संस्कृति से जुड़े हैं। अपने प्रेम को जाहिर करने का जो सबसे बड़ा जरिया बन रहा है वो है पहाड़ के युवा उत्तराखंड के गीत और संगीत के लिए लगातार मेहनत कर रहे हैं। सही शब्दों का इस्तेमाल और बेहतरीन वीडियोग्राफी के जरिए पहाड़ की खूबसूरत लोकेशंस दिखाई जा रही हैं।
दुबई में रहने वाले शिवम भट्ट का पांच दिन पहले रिलीज हुआ गाना ‘मेरी भग्यानी’ दर्शकों के दिलों को छूने में कामयाब हुआ है और इसी का परिणाम है कि मात्र पांच दिन में ही इस विडियो को अब तक 1.80 लाख लोग देख चुके हैं। गाने में गांव से बाहर रहने वाला एक लड़का उस चेहरे के लिए वापस आया है, जो हमेशा उसे तलाशता रहता है, उसके इंतजार में रहता है। इसी कहानी को लेकर एक अच्छी पटकथा लिखी गई है शिवम भट्ट के साथ मिलकर गुंजन डंगवाल, टीम टोरनेडो, दीपा धामी और दिव्या सुंदरियाल ने ये बेहतरीन गाना पेश किया है इस गाने में वीडियोग्राफी भी काफी बेहतरीन की गयी है।
शिवम भट्ट मूल रूप से रुद्रप्रयाग जिले के तिलवाड़ा के पास भरदार गाँव के रहने वाले हैं और 24 वर्षीय शिवम भट्ट ने पांच दिन पहले ही अपना गीत मेरी भग्यानी रिलीज किया है। दुबई में दो साल से शैफ का काम करने वाले शिवम का कहना है कि वह हमेशा अपनी जन्मभूमि को याद कर भावुक हो जाते हैं और कहते हैं कि विदेश में रहकर अपना उत्तराखंड बेहद याद आता है।