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केदारनाथ-गौरीकुंड रोपवे बनाने का ऑफर खुला, 8.5 किलोमीटर लम्बा और इतनी होगी लागत

बाबा केदारनाथ के दर पर देश-दुनियां से हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं, क्यूंकि बाबा के पास आकर जो आध्यात्मिक शान्ति और सुकून मिलता है वो दुनियां में किसी भी दूसरे कौने में नहीं मिल सकता है। हर कोई यहाँ आना तो चाहता है पर अबतक जो सबसे बड़ी दिक्कत सामने आती है वो है गौरीकुंड से केदारनाथ तक की 16 किलीमीटर वाली चढ़ाई, जो लोग साधन संपन्न होते हैं वो तो हेलिकॉप्टर से चले जाते हैं पर आम आदमी जो पैदल या घोड़े-खच्चर से भी यात्रा करता है उसे तमाम तरह की कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। पिछले कुछ समय से गौरीकुंड से केदारनाथ तक सड़क निर्माण की भी मांग उठी थी लेकिन वन्य जीवों को होने वाले नुकसान और स्थानीय निवासियों के विरोध के बाद ये योजना परवान नहीं चढ़ पायी थी।

इन सब बातों के बाद पिछले कुछ समय से एक मांग यहाँ जोर पकड़ रही थी और वो थी गौरीकुंड से केदारनाथ तक रोपवे का निर्माण और अब उत्तराखंड सरकार ने जो योजना बनायी है उसके बाद से इस काम ने अब जोर पकड़ दिया है क्यूंकि इसी के सम्बन्ध में पर्यटन विभाग ने गौरीकुंड से केदारनाथ धाम के बीच रोपवे बनाने के लिए इच्छुक कंपनियों से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) मांगा है। बाबा केदारनाथ को तीर्थाटन का विश्वस्तरीय केंद्र बनाने के मकसद से सरकार अब अत्याधुनिक रोपवे प्रणाली यहाँ निर्मित करने जा रहे है, इसके अलावा पिछले 4-5 सालों से नयी केदारपुरी का निर्माण भी जोरों पर है, जिसमें वहां पर तमाम तरह के नए निर्माण कार्य किये गये हैं और कुछ अब भी किये जा रहे हैं।

गौरीकुंड-केदारनाथ रोपवे निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया से अलग तरीका इस बार अपनाया जा रहा है क्यूंकि निर्माण के लिए आने वाले पौने पांच सौ करोड़ की लागत को देखते हुए इसे पीपीपी मोड पर संचालित किया जा सकता है, इस रोपवे की पूरी लम्बाई 8.5 किलोमीटर की होगी। रोपवे से केदारनाथ धाम आने जाने का संभावित किराया लगभग साढ़े तीन हजार रुपये रहने का अनुमान है, तो इस निर्माण प्रक्रिया के पूर्ण होने के बाद लोग आराम से और बिना किसी परेशानी से केदार बाबा के दर्शन कर सकेंगे। रोपवे के निर्माण के बाद प्रदेश सरकार केदारनाथ जाने वाली हेली सेवाओं पर भी रोक लग सकती है क्यूंकि रोपवे की दरों को इसी अनुसार तय किया जा रहा है और इसके अलावा अत्यधिक हेली सेवा से वन एवं पर्यावरण संबंधित आपत्तियों पर भी विराम लग जायेगा।


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