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पहाड़ में हैवानियत भरा काम पति ने पत्थरों से कुचला सर, फिर आखिरी सांस तक पानी में डुबोए रखा

पहाड़ में पिछले कुछ समय से लगातार ऐसी घटनायें सामने आ रही हैं जिससे ये प्रतीत होता है कि जिन खूबियों के लिए पहाड़ के लोगों को जाना जाता था वो खूबियाँ धीरे-धीरे यहाँ के कई सारे लोगों में खत्म होती जा रही हैं। ऐसा ही एक शर्मनाक वाकया इन दिनों उत्तराखंड के पहाडी जिले उत्तरकाशी में होता हुआ नजर आ रहा है। मीना का विवाह वर्ष 2001 में मधुसूदन जगूड़ी पुत्र सुरेशानंद निवासी ग्राम जोगत पट्टी थाना धरासू जिला उत्तरकाशी के साथ हुआ था इसके बाद दोनों वर्ष 2010 तक साथ रहे और उन्हें दो बच्चे भी हुए। एक दिन अचानक मधुसूदन बिना किसी को सूचित किये हुए गांव छोड़कर बाहर चला गया।

काफी खोजबीन के बाद पता चला कि मधुसूदन देहरादून में फतेहपुर धर्मावाला गांव में रहता है। और फिर मधुसूदन के भाई से संपर्क होने पर 2018 में मीना को बच्चों सहित ग्राम फतेहपुर धर्मावाला में मधुसूदन के पास छोड़ दिया था। अक्तूबर 2011 में वह देहरादून आया और यहां उसने दिसंबर 2011 में टिहरी निवासी एक महिला से विवाह कर लिया था। कुछ समय बाद दोनों को एक बेटा भी हुआ। दोनों पति-पत्नी सेलाकुई में फैक्ट्री में काम करते थे। इसके बाद कुछ दिन तक उनकी मीना से फोन पर भी मधुसूदन की बात होती रही। लेकिन एक माह से उनका मीना से कोई संपर्क नहीं हो पाया। इस संबंध में जब उन्होंने मधुसूदन से संपर्क किया तो उसने बताया कि 22 नवंबर को मीना उत्तरकाशी जाने की बात कहकर निकली थी।

थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद मीना की तलाश शुरू कर दी गयी और जब मधुसूदन से पूछताछ की गयी तो पता चला कि दोनों के बीच विवाद होने लगा था। जिसके बाद मधुसूदन मीना और दोनों बच्चों को छोड़ दिल्ली चला गया और वहां प्लंबर का काम करने लगा। मीना व बच्चे जब उसके पास आए तो उसने उनके लिए भी एक किराए का मकान ले लिया। मधुसूदन रोज उसके पास भी आता जाता था। इसके बाद जब पुलिस ने सख्ती बरती तो पता चला कि वह मीना की हरकतों से परेशान होकर ही आठ साल पहले घर छोड़कर गया था। मीना वापस आई तो वह उसे परेशान करने लगी। बीती 22 नवंबर की शाम करीब सात बजे वह मीना को घूमाने के बहाने धर्मावाला में आसन नदी के पुल के पास ले गया। यहां पहले उसने पत्थर से मीना के सिर पर वार किया और बेहोश होने के बाद करीब 15 मिनट तक उसका मुंह पानी में डुबोए रखा। इसके बाद उसने मीना का शव नदी में फेंक दिया और घर वापस आ गया।


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