अगर कोई ये कहे कि हिन्दुओं के सबसे पवित्र स्थानों में से अक हरिद्वार में से हिन्दू लोग पलायन कर रहे हैं और वो भी मुसलामानों के खौफ से तो इसपर थोड़ी देर के लिए विश्वास करना मुश्किल हो जाता है। जब उत्तरप्रदेश के कैराना कस्बे से बड़ी संख्या में हिंदुओं ने पलायन किया तो देश भर में इसे लेकर बवाल खड़ा हो गया था और ये हालात हिंदुओ की धर्मनगरी हरिद्वार में हो रहा है जहां हरिद्वार जिले के गांव धनपुरा में अब तक 60 से ज्यादा हिन्दू परिवार कुछ दूसरे समुदाय के दबंग लोगों के खौफ के चलते गावं से पलायन कर गए हैं। जो परिवार यहां से पलायन कर गए है उनमें से कुछ के घरों पर और खेतों पर स्थानीय दबंगों ने कब्जा कर लिया है हालात इस कदर खराब है कि दबंग लोग इन हिन्दू परिवारों को गांव में घुसने तक नहीं देते हैं करीब 3 दशक से ज्यादा से दबंगई झेल रहे हिंदुओ में अब जाकर इसके खिलाफ विरोध के सुर उठाने लगे हैं।
यहां के धनपुरा गांव के रहने वाले 60 हिंदू परिवारों ने मुसलमानों के डर से अपना पुश्तैनी घर छोड़ दिया है। वहीं, दूसरी तरफ यहां के मुसलमानों का कहना है कि ये सारे आरोप आधारहीन हैं और सरकार जब चाहे इसकी जांच करा सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, धनपुरा के रहने वाले प्रेमचंद अपने परिवार के साथ 3 साल बाद गांव लौटे थे, लेकिन वापस लौटने के बाद से दहशत में हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले एक साल के भीतर धनपुरा के 20 से 25 परिवार अपना घर छोड़कर जा चुके हैं और बताया जा रहा है कि 1994 के बाद 60 से ज्यादा परिवार इस गांव से पलायन कर चुके हैं। एक विशेष समुदाय के लोग हिंदुओं का उत्पीड़न कर रहे हैं, उनके साथ मारपीट करते हैं, जिस वजह से वे पलायन करने को मजबूर हैं हिंदूओं के पलायन के खिलाफ गांव के ही पकंज सैनी अनशन पर बैठ गए।
गांव के मुस्लिमों का कहना है कि कुछ हिंदुओं द्वारा लगाए जा रहे ये आरोप बेबुनियाद हैं, राज्य सरकार या केंद्र सरकार जब चाहे इन सारे आरोपों की जांच करा सकती है। वहीं, हिंदू परिवारों के पलायन की खबरों के सुर्खियों में आने के बाद से प्रशासन ऐक्शन में है और माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही जा रही है। ऐसे में पूरे इलाके के हिंदुओं का बड़ी संख्या में समर्थन मिल रहा है मगर राज्य में खुद को हिंदुओं की सबसे बड़ी शुभचिंतक बताने वाली भाजपा सरकार को कोई चिंता नही है गावं से पलायन कर रहे हिंदुओ का आरोप है कि दूसरे समुदाय के खौफ का शिकार हिन्दू परिवारों की सरकार ने अभी तक कोई सुध तक नहीं ली है।