भारत में पिछले 25 मार्च से लॉकडाउन चल रहा है और जो फिलहाल 3 मई तक चलता रहेगा पर उसके बाद भी सबकुछ सामान्य हो जाए इसके आसार दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे हैं। लॉकडाउन के कारण देशभर में लोग अपने घरों के अन्दर रहने को ही मजबूर हैं। इसका सबसे बड़ा असर स्कूली शिक्षा पर भी पड़ा है क्यूंकि अब वक्त 1 महीने से भी ऊपर हो चुका है लेकिन इसके बावजूद देशभर के स्कूल बंद हैं। उत्तराखंड में भी बच्चे अपने घरों में ही कैद हैं इस दौरान कई स्कूलों द्वारा ऑनलाइन क्लास की व्यवस्था की गयी है जबकि कई स्कूलों में ऐसा कुछ भी नहीं हो पा रहा है। पर अबतक जो खबरें सामने आ रही हैं उसके अनुसार अधिकतर स्कूल फीस लेने की तैयारी कर चुके हैं।
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अब उत्तराखंड में ऐसे बच्चों के अभिभावकों को एक बड़ी राहत देने की तैयारी चल रही है। जिसके अनुसार यह हो सकता है कि स्कूल ट्यूशन फीस के अलावा अन्य किसी मद में फीस नहीं ले पायेंगे। उत्तराखंड सरकार का यह बड़ा आदेश कभी भी जारी हो सकता है। वहीं, ऐसे स्कूल जो ऑनलाइन क्लास नहीं चला रहे हैं और फीस की मांग कर रहे हैं, वे स्कूल किसी भी तरह की फीस भी नहीं ले सकेंगे। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के मुताबिक स्कूल फीस के संबंध में शिक्षा सचिव को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। सचिव को कहा गया है कि कोई भी स्कूल फीस न बढ़ाए। सचिव को अन्य मदों में ली जा रही फीस की समीक्षा के भी निर्देश दिए गए हैं।
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उत्तराखंड की शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम के मुताबिक प्रदेश में स्कूल डेढ़ महीने से बंद हैं। ऐसे में केवल ऑनलाइन माध्यम से ही बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। इसमें भी कई स्कूल ऐसे हैं, जो फीस की मांग कर रहे हैं, लेकिन उन स्कूलों की ओर से ऑनलाइन क्लास नहीं चलाई जा रही है। इस तरह के स्कूल किसी भी तरह की फीस नहीं ले पायेंगे। ऐसे स्कूल जो ऑनलाइन बच्चों को पढ़ा रहे हैं वे केवल ट्यूशन फीस ही ले सकेंगे। कंप्यूटर, ट्रांसपोर्ट, स्पोर्ट्स आदि विभिन्न मदों की फीस स्कूल नहीं ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस संबंध में आदेश जारी कर दिया जाएगा।