रुद्रप्रयाग जिले के लिए एक बड़ी खुशखबरी है क्यूंकि जिले में 200 बैड का अस्पताल बनकर तैयार हो गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस पूरे अस्पताल को तैयार होने में एक महीने से भी कम का वक्त लगा है। जिला मुख्यालय से करीब 3 किमी की दूरी पर कोटेश्वर मार्ग पर सुविधाओं से सुजज्जित अस्पताल तैयार कर दिया गया है। यहां अनेक तरह के बीमार लोगों को राहत दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। प्राथमिकता पर वर्तमान में कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए यहां आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है।
इस पूरे कार्य को संपन्न करने में अगर किसी का सबसे अधिक योगदान है तो वो है जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल के अलावा मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एसके झा, रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी द्वारा निरंतर प्रयास किए जाने के बाद ही यह सफलता मिल पायी है। इसके निर्माण के लिए विधायक भरत चौधरी द्वारा विधायक निधि व एलएनटी के सीएसआर फंड से उपलब्ध कराया गया था। शंकराचार्य अस्पताल कोटेश्वर में अब 250 बैड क्षमता का अस्पताल तैयार है। इस अस्पताल में लगाए गए बेड स्वास्थ्य विभाग द्वारा बरेली से मंगाए गए हैं। इसके अलावा शौचालय व बाथरूम की उचित व्यवस्था भी की गई है। सीएमओ डा. एसके झा ने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कोविड-19 अस्पताल को तैयार किया गया है।
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माधवाश्रम अस्पताल में गंभीर सांस संबधित बीमार मरीजों के लिए वेंटीलेटर की भी व्यवस्था है। इसके साथ ही अस्पताल में छह बेड का इंटेंसिव केयर यूनिट (आइसीयू) वार्ड भी बनाया गया है। बीमार मरीजों के लिए उपयोग में आने वाली आक्सीजन गैस के लिए अस्पताल में आक्सीजन कॉन्संट्रेटर स्थापित किया जा रहा है। जिससे बाहर से आक्सीजन सिलेंडर बाहर से नहीं मंगाने पड़े। बीमार मरीजों के लिए आक्सीजन की जरूरत पडने पर आसानी से उपलब्ध हो सके। इसके साथ ही चिकित्सालय में कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए स्टाफ की नियुक्ति कर दी गई है। रुद्रप्रयाग एक मात्र ऐसा पहाड़ी जनपद बन गया है, जहां 250 बैड से कोरोना समर्पित अस्पताल का निर्माण हुआ है।