पठानकोट के पास ड्यूटी के दौरान कुमाऊं रेजीमेंट के सैनिक की मौत हो गई। अल्मोड़ा की तहसीलदार खुशबू आर्या ने इसकी पुष्टि की है लेकिन मौत का कारण पता नहीं चल सका है। हालांकि करंट लगने से मौत होने की आशंका जताई गई है।जागेश्वर अल्मोड़ा के तोली गांव निवासी नंदकिशोर तिवारी के बेटे सुशील तिवारी (30) थलसेना की 19 कुमाऊं रेजीमेंट में नायक के पद पर कार्यरत थे। आजकल वह पंजाब में पठानकोट के पास तैनात थे।
चार साल पहले उन्होंने दुर्गापालपुर परमा गांव में मकान बनाया, जहां पत्नी मीना तिवारी चार साल के बेटे लक्ष्य के साथ रहती हैं। लक्ष्य यहां वीर सैनिक स्कूल में एलकेजी का छात्र है। ग्राम प्रधान संजय राणा ने बताया कि सैनिक का पार्थिव शरीर पठानकोट से लाया जा रहा है। इसके बाद सुशील के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव ले जाया जाएगा, जहां जागेश्वर धाम के घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस बारे में एसडीएम एपी बाजपेई ने बताया कि सैनिक के बाबत जिला सैनिक कल्याण अधिकारी और सेना से जानकारी मांगी गई है।