उत्तरकाशी जिले के स्युना गाँव मे आज शाम लकड़ी के पूल से भागीरथी नदी मे युवती के गिरने की खबर मिली है। बताया जा रहा है युवती जिला अस्पताल मे भर्ती है। जहाँ युवती का इलाज किया जा रहा है। वहीं घटना के बाद ग्रामवासियों ने गंगोत्री हाईवे पर जाम लगाकर अपना रोष व्यक्त किया।
जानकारी के लिए आपको बता दें उत्तरकाशी ज़िला मुख्यालय से सिर्फ़ 4 किलोमीटर की दूर स्थित स्यूणा गांव के 35 से भी ज्यादा परिवार विगत कई वर्षों से सड़क और भागीरथी नदी पर पुल की मांग कर रहे हैं लेकिन जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने इनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया. जिला मुख्यालय से सटे इस गांव तक पहुंचने के लिए कोई सुरक्षित मार्ग नहीं होने के कारण ग्रामीण हर साल सर्दियों में गंगा भागीरथी पर लकड़ी पत्थर से अस्थायी पुलिया बनाते हैं, जो गर्मियों में नदी में पानी बढ़ने पर बह जाती है।
जिला मुख्यालय से महज पांच किमी की दूरी पर स्थित स्यूंणा गांव तक सड़क तो दूर अभी सुरक्षित पैदल आवाजाही के रास्ते भी नहीं बन पाए हैं। गांव पहुंचने के लिए ग्रामीणों को तेखला से गंगा भागीरथी के किनारे पत्थर डालकर बनाए गए अस्थायी रास्ते से जंगल होते हुए आवाजाही करनी पड़ती है। साथ ही यहां पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण हादसे का खतरा बना रहता है, जबकि नेताला से सिरोर होते हुए गांव तक पहुंचने का रास्ता घने जंगल से होकर गुजरता है और यहां भूस्खलन से जगह-जगह क्षतिग्रस्त होने के कारण सालों से ग्रामीण इस रास्ते का उपयोग नहीं करते हैं।
स्यूंणा गांव के ग्राम वासियों का कहना है कि ग्रामीण शासन-प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से कई बार पुल निर्माण की मांग कर चुके हैं, लेकिन स्थिति जस की तस बनी है।