नियंत्रण रेखा पर भारत और पाकिस्तान के सम्बन्ध लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं और आये दिन पाकिस्तान बॉर्डर पर गोलाबारी करता रहता है जिसका हमारे जवान भी मुंहतोड़ जवाब देते हैं। इसके अलावा बॉर्डर से से लगे इलाके पर भारतीय सेना लगातार युद्ध का अभ्यास भी करती रहती है इसकी कड़ी में कल यानी 1 दिसम्बर को भी नियंत्रण रेखा के पास अखनूर तहसील के पलांवाला सेक्टर में सेना अभ्यास कर रही थी और इसी दौरान एक धमाका हो गया जिसमें सेना के 2 जवान शहीद हो गये हैं जबकि एक जवान बुरी तरह से घायल हो गया था और घायल जवान की हालत भी गंभीर बनी हुई है।
पलांवाला सेक्टर के छपरयाल फायरिंग रेंज में जवानों का एक दल युद्धक गतिविधियों का अभ्यास कर रहा था घटना के दौरान आरएल का एक गोला दागा गया लेकिन इसके बावजूद वो फटा नहीं इसके बाद जब गोला नहीं फटा तो जवानों ने इस गोले को सुरक्षित अलग निकालने की गतिविधि शुरू कर दी थी और जैसे ही जवान गोले के पास पहुंचे वो अचानक फट गया और ये धमाका इतना जोरदार था कि इसके पास खड़े जवान सुरजीत सिंह राणा और सुराज सिंह की मौके पर ही मौत ह गयी थी जबकि संदीप कुमार बुरी तरह से घायल हो गये थे। फायरिंग रेंज में हुए इस धमाके की खबर जैसे ही अधिकारियों को मिली उन्होंने इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं।
शहीद सुरजीत सिंह राणा की पहचान चमोली जिले के स्यूंण गाँव के रूप में हुई है और जबकि सुराज सिंह कुमाऊं में अल्मोड़ा जिले के रहने वाले हैं, चमोली जिले के स्यूंण गांव निवासी सुरजीत सिंह राणा अभी कुछ दिन पहले ही अपनी छुट्टी काटकर ड्यूटी पर वापस लौटे थे। सुरजीत सिंह राणा के शहीद होने की खबर जब सेना के अधिकारियों ने उनके घर पर दी इसके बाद से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। शहीद के पिता त्यारा सिंह की पहले ही मौत हो चुकी है गाँव में शहीद की माँ विश्वेश्वरी देवी व भाई महावीर राणा रहते हैं। इसके अलावा शहीद सैनिक की दो बहिनें भी हैं, जिनकी शादी हो चुकी है।