घटना बिहार के मधुबनी में हरलाखी थाना क्षेत्र से है। जहाँ एक गांव में दिव्यांग छात्रा के साथ दुष्कर्म के तीनों आरोपितों को पुलिस ने बुधवार देर शाम पॉक्सो मामले के विशेष न्यायाधीश सत्य प्रकाश की अदालत में पेश किया। अनुसंधानकर्ता हरलाखी थानाध्यक्ष प्रेम लाल पासवान ने आरोपितों के स्वीकारोक्ति बयान, खून से सना कपड़ा, लकड़ी एवं जब्त शराब की बोतलें भी न्यायालय में प्रस्तुत किया।
कोर्ट ने तीनों आरोपितों से पूछताछ के बाद उन्हें 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में भेज दिया। स्पेशल पीपी मिश्री लाल यादव ने बताया कि नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म करने एवं उसकी आंख जख्मी करने की घटना में शामिल हरलाखी थाना क्षेत्र के कौआही बरही निवासी लक्ष्मी मुखिया, कृष्णा मुखिया एवं खिरहर थाना क्षेत्र के मंगरहठा लक्ष्मीपुर निवासी रामअवतार मुखिया को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
बता दें कि मंगलवार दोपहर शराब के नशे में आरोपितों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। पहचान न हो सके इसलिए उसकी आंखें भी फोड़ डाली। घटना को लेकर पीड़िता के भाई के बयान पर लक्ष्मी मुखिया के खिलाफ हरलाखी थाना में गैंगरेप व पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। पूछताछ के दौरान घटना में कृष्णा मुखिया एवं राम अवतार मुखिया की संलिप्तता सामने आने के बाद उन्हें भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
बेनीपट्टी एसडीपीओ अरुण कुमार सिंह ने बताया कि घटना की जांच को लेकर बेनीपट्टी सर्किल इंस्पेक्टर के नेतृत्व में एक टीम बनायी गयी थी। तीनों ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है। पूछताछ में बताया कि घटना के समय तीनों शराब के नशे में थे। घटना स्थल से पुलिस ने शराब की बोतलें भी बरामद की हैं। वहीं घटनास्थल से लड़की के फटे हुए कपड़े और उस लकड़ी की बरामदगी की गयी जिससे लड़की की आंख फोड़ी गयी है।