उत्तराखंड में हल्द्वानी के पास चौहानपाटा (रानीबाग) निवासी एक युवती ने जर्मन युवक के साथ हिंदू रीति रिवाज के साथ विवाह किया है। वर-वधू ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए। विदेशी युवक से हिंदू परंपरा से हुए विवाह को देखने के लिए सैकड़ों लोग इस शादी समारोह में शामिल हुए। चौहानपाटा निवासी गिरीश चंद्र की बेटी शिवानी आर्या कतर एयरवेज में एयर हॉस्टेस के पद पर कार्यरत हैं। उसकी तैनाती पांच वर्ष पहले कतर एयरवेज में हुई।
इस दौरान कतर एयरवेज में ही पायलट जर्मनी के डसल डार्फ निवासी पैट्रिक जुम संडे से शिवानी की नजदीकियां बढ़ी और उनका प्रेम प्रसंग हो गया। शिवानी के आग्रह पर डसल के माता-पिता ने हिंदू रीति रिवाज के साथ शादी करने को मंजूरी दे दी। डसल के माता-पिता भी शादी में शामिल होने अपने ईष्ट मित्रों के साथ हल्द्वानी पहुंचे। विवाह समारोह पूरी तरह हिंदू परंपरा के साथ हुआ। इस मौके पर डसल की माता मोनिका जुम संडे और पिता बनार्ड जुम संडे ने कहा कि कुमाऊं की शादी की परंपरा रोमांच से भरपूर है। उन्हें काफी खुशी महसूस हो रही है।
शिवानी की माता दीपा देवी, चाचा नवीन चंद्र, गंगा प्रसाद, दीपक टम्टा और रिश्तेदार भानुप्रकाश ने बताया कि महिला संगीत का कार्यक्रम भी हुआ। विवाह स्थल के पास ही एक होटल से बरात शुरू हुई। दूल्हा बग्घी पर सवार होकर पहुंचा। इसके बाद धूलि अर्घ्य, रिंग सेरेमनी आदि कार्यक्रम हुए। इस दौरान दूल्हा बग्घी पर सवार होकर विवाह स्थल तक पहुंचा। इसके बाद धूलि अर्घ्य, रिंग सेरेमनी आदि कार्यक्रम भी संपन्न हुए।