उत्तराखंड को देवभूमि भी कहा जाता है और इस देवभूमि को वीरों की भूमि भी कहते हैं यहाँ एक से बढ़कर एक वीरों ने जन्म लिया औऱ देश की रक्षा करते हुए बहादुरी से दुश्मनों से लड़े और कुर्बानी दी। यहाँ के वीर जवान हमेशा अपने बलिदान के लिए भी तैयार रहते हैं इसी कड़ी में उत्तराखंड का एक वीर देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गया और वो भी सात समंदर पार। जी हां रुड़की के ढंढेरा निवासी सैनिक की लेबनान में ड्यूटी के दौरान मौत हो गयी। मौत का कारण ह्रदयघात बताया गया है। वहीं उनकी मौत की खबर सुनकर परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
रमेश सिंह नेगी मूल रूप से चमोली के रहने वाले हैं चमोली जिले में इनका गाँव टोडा है और वर्तमान में वो रूडकी में नंदा कॉलोनी में परिवार के साथ रहते थे। रमेश सिंह नेगी के दो बच्चे हैं। रमेश सिंह नेगी 11 जाट रेजीमेंट में है और 4 मई को अफ्रीका के समीप लेबनान देश में शांति सेना के तौर पर गए थे। जवान रमेश नेगी 1998 में सेना में भर्ती हुए थे। 10 जुलाई को ह्रदयाघात से हुई मौत बताया जा रहा है कि 10 जुलाई को इनकी मौत ह्रदयाघात से हो गयी थी।
सेना के अन्य साथी उन्हें तुरंत अस्पताल लेकर गए, पर रमेश बच नहीं सके। जब से उनकी मौत की खबर घर पहुंची है, घर में मातम पसरा है। परिजन उनके पार्थिव शरीर के घर पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं। 17 जुलाई की शाम तक शहीद का पार्थिव शरीर उनके रुड़की स्थित आवास पर पहुंचने की संभावना है। इस वक्त शहीद के घर में लोगों की भीड़ लगी है। गांव से उनके परिजन भी आ गए हैं। 17 जुलाई को पार्थिव शरीर घर पहुंचने के बाद शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा।