कल यानी 1 नवम्बर को उत्तराखंड में देहरादून का राजीव गांधी अन्तराष्ट्रीय स्टेडियम पहले रणजी मैच का गवाह बना था, देवभूमि उत्तराखंड की धरती पर ये मुकाबला उत्तराखंड और बिहार के बीच खेला गया| इस मैच में उत्तराखंड के कप्तान रजत भाटिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया था और कुछ ही देर में उनका ये फैसला सही साबित हुआ। उत्तराखंड के तेज गेंदबाजों ने हरी पिच और सुबह की नमी का फायदा उठाते शानदार गेंदबाजी की दीपक धपोला ने मैच की तीसरी गेंद पर विकास को शून्य पर बोल्ड किया और दो गेंद बाद ही बाबुल कुमार को भी खाता खोले बिना एलबीडब्ल्यू कर पवेलियन भेज दिया। धपोला यहीं नहीं रुके और उन्होंने एक के बाद एक बिहार को छह झटके दिए। इस तरह बिहार की पहली पारी 22.1 ओवर में 60 रन बनाकर ढेर हो गई।
इसके बाद जब उत्तराखंड की टीम की बल्लेबाजी की बारी आयी तो उन्होंने संयमित रूप से प्रदर्शन किया और बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट खोकर 201 रन बना लिए। उत्तराखंड को पहली पहले दिन पहली पारी के आधार पर 141 रनों की बढ़त मिल गई है। कप्तान रजत भाटिया 14 और दीपक धपोला दो रन बनाकर नाबाद लौटे। इसके बाद जब आज दूसरे दिन का खेल शुरू हुआ तो पहली पारी में उत्तराखंड ने कुल 227 रन बनाकर बिहार की टीम से 167 रनों की बढ़त ले ली थी। दूसरी पारी में उत्तराखंड के गेंदबाज सनी राणा ने बिहार के ओपनर बल्लेबाजों को सस्ते में चलता कर पवेलियन भेज दिया। विवेक 3, कुमार रजनीश 16, बाबुल कुमार 14 और विकास 0 को सन्नी राणा ने अपना शिकार बनाया।
सन्नी राणा ने बिहार के चार विकेट चटकाए, लंच ब्रेक तक बिहार की टीम ने 22 ओवर में 4 विकेट गंवाकर 68 रन बनाए। लंच के बाद बिहार की टीम 50.5 ओवरों में 169 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। इसके बाद उत्तराखंड की टीम को ये मैच जीतने के लिए मात्र 2 रनों की जरुरत थी और जब मैदान पर उसके ओपनर बल्लेबाज करनवीर कौशल और वैभव भट्ट आये तो करनवीर ने पहली ही गेंद पर चौका जड़कर उत्तराखंड को ये ऐतिहासिक जीत दिला दी। इस तरह से उत्तराखंड टीम ने अपने पदार्पण मैच में बिहार को 10 विकेट से हराकर करारी शिकस्त दे दी है। आपको बता दें इससे पहले इन दोनों टीमों के बीच खेले गये एक अन्य मैच में बिहार ने उत्तराखंड को हराया था तो इस जीत से उस हार का बदला भी पूरा हो गया है।