भारतीय सैन्य अकादमी यानी आईएमए में पासिंग आउट परेड के बाद आज भारतीय सेना को 306 जांबाज अफसर मिल गए हैं। आज मित्र देशों के 71 कैडेट भी अपने-अपने देशों की फौज का हिस्सा बने हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बतौर रिव्यूइंग अफसर परेड की सलामी ली। इससे पहले रक्षा मंत्री ने परेड का निरीक्षण भी किया। पीओपी में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी पहुंचे थे। डिप्टी कमांडेंट मेजर जनरल गुलाब सिंह रावत और कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल एसके झा ने पहले परेड की सलामी ली। इस दौरान देशभक्ति गीतों पर इन वीरों की कदम ताल देखते ही बन रही थी। इस दौरान इन भावी अफसरों के परिजन भी मौजूद रहे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कैडेटों को ओवरऑल बेस्ट परफॉर्मेंस व अन्य उत्कृष्ट सम्मान से नवाजा। विनय विलास को स्वार्ड ऑफ ऑनर व स्वर्ण पदक दिया गया। पीकेंद्र सिंह को रजत और ध्रुव मेहला को कांस्य पदक दिया गया। शिवराज सिंह को सिल्वर मेडल (टीजी) मिला। भूटान के कुएंजांग वांगचुक सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट चुने गए। चीफ ऑफ आर्मी स्टॉफ बैनर केरन कंपनी को मिला।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मौके पर एक बड़ी घोषणा भी की है जिसकी दूनवासी लम्बे समय से मांग भी कर रहे थे और वह ये है कि अब तक आईएमए से गुजर रहे एनएच 72 पर सुरक्षा कारणों से ट्रैफिक जाम की अक्सर समस्या आती है। इस समस्या के निस्तारण के लिए यहां दो टनल पास बनाये जाएंगे। इसके लिए रक्षा मंत्रालय 32.33 करोड़ रुपये मुहैया कराएगा। इससे दूनवासियों को ही नहीं हरियाणा और हिमाचल जाने वाले लोगों को भी सुविधा मिलेगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आईएमए के तीनों कैंपस को जोड़ने के लिए दो अंडर पास बनेंगे।