9 जून की रात नैनीताल जिले में जिम कार्बेट पार्क से लगे, कार्बेट रेंज के एक गांव जलालगांव के विकलांग पशु पालक किसान पर कहर बन कर टूटी है। सुबह घर के पास बनी गौशाला में 80 बकरियां मृत मिलीं हैं। बकरियों के गले व अन्य हिस्सों पर गहरे घाव के निशान देखे गये हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले दो-तीन दिनों से गांव के पास गुलदारों की गुर्राहट सुनाई दे रही थी। माना जा रहा है कि गुलदारों ने ही बकरियां मारी हैं। जिस तरह इतनी बड़ी संख्या में बकरियां मारी गई हैं, उससे संभावना यह भी व्यक्त की जा रही है कि गुलदार भी अधिक संख्या में हो सकते। इस घटना के बाद पूरे गांव के साथ ही इलाके में भी दहशत का माहौल है।
गाँव वालों का सुबह-शाम घर से निकलना मुश्किल हो गया है। जबकि दिन में भी डर का माहौल बना हुआ है। तेंदुए के आतंक से ग्रामीणों को काफी आर्थिक नुकसान हो गया है। उन्होंने उसे पकड़ने के लिए वन महकमे से पिंजरा लगाने और मुआवजा देने की भी मांग की है। प्रधान गिरधर सिंह ने इस पूरी घटना पर बताया कि बीती रात तेंदुए ने किसान बच्ची सिंह की गौशाला में बंधी 80 से अधिक बकरियों को मार डाला। होहल्ला सुनकर वह भाग गया। प्रधान के अनुसार अर्से से गांव में तेंदुए का आतंक बना है। पिछले दिनों भी गाय व बछड़े को निवाला बना चुका है। प्रधान ने इलाके के वन रक्षक को सूचना दे दी है। बकरियां बेचकर ही जीवन यापन करने वाले पीड़ित परिवार को लाखों रुपये का नुकसान हो गया है।
बीते रविवार को कालाढूंगी के बैलपड़ाव रेंज धनपुर के मदनबेल गांव में कपड़े धो रही 12 वर्षीय किशोरी ममता पुत्री जीवन पर तेंदुए ने हमला कर दिया था। वह किशोरी की गर्दन मुह में दबाकर जंगल में ले गया। गंभीर रूप से घायल होने के कारण किशोरी की मौत हो गई थी। डॉ. पराग मधुकर धकाते, वन संरक्षक वेस्टर्न सर्किल ने बताया था कि बच्ची की जान लेने वाले तेंदुए की तलाश को लेकर बॉर्डर एरिया के साथ अन्य जगहों पर 12 कैमरे लगाए गए हैं। तेंदुए की तलाश को लेकर वन विभाग की पूरी टीम लगी है। पीड़ित परिवार के साथ महकमे की पूरी संवदेना है।
यह भी पढ़िये: उत्तराखण्ड… माँ बाप ने डांटा तो घर से भाग गए 10 और 08 साल के दो सगे भाई