उत्तराखंड की त्रिवेन्द्र रावत सरकार ने पिछले कुछ दिनों से मिशन मोड़ पर काम करना शुरू कर दिया है। हजारों लोगों को सकुशल उनके घर भेज दिया गया है। अब सरकार का फोकस अन्य प्रदेशों में फंसे प्रवासियों को वापस उत्तराखंड लेकर आने पर लग गया है। अब तक ऑनलाइन माध्यम से देशभर में 1.65 लाख लोग वापस उत्तराखंड आने के लिए आवेदन कर चुके हैं और सभी अब इसी इंतेजार में हैं कि कब उनका नम्बर आएगा और वो अपने घर वापस जा सकेंगे।
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उत्तराखंड सरकार सबसे पहले चंडीगढ़ से 3500 प्रवासियों को वापस देवभूमि ले आयी थी जिसके बाद उन सभी प्रवासियों ने त्रिवेंद्र सरकार की जमकर प्रशंसा भी की और अब राज्य सरकार का अगला लक्ष्य गुरुग्राम है जहाँ फंसे 3000 लोगों को लाने की कवायद शुरू कर दी गई है। गुरुग्राम में फंसे लोगों को लाने के लिए रोडवेज की 103 बसों को बुधवार देर शाम रवाना भी कर दिया गया है। बसों को रवाना करने से पहले सैनिटाइज किया गया। चालकों-परिचालकों को मास्क व सैनिटाइजर वितरित किए गए।
चालकों और परिचालकों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के तरीके विस्तार से बताए गए। कुछ बसों को आईएसबीटी और हिल डिपो, जबकि बाकी बसों को हरिद्वार, ऋषिकेश और रुड़की से गुरुग्राम भेजा गया है। महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश समेत देश के विभिन्न राज्यों में फंसे लोगों को लाने के लिए सरकार की ओर से अभियान तेज कर दिया गया है।