इस बार के गुजरात के चुनाव में का परिणाम भले ही कुछ भी रहे, लेकिन यहाँ एक उपलब्धि बहूत ही ज़बरदस्त है, वो है राहुल गांधी का नायक के रूप में उदय। पहली बार उन्होंने वो टक्कर दी कि देश के प्रधानमंत्री और इस वक्त भारत के सबसे लोकप्रिय नेता नरेंद्र मोदी भी अपने गृहप्रदेश में उलझकर रह गए। लोग भले ही इस चुनाव में हार्दिक पटेल को हीरो बतायें , लेकिन सच्चाई तो यही है कि हार्दिक भी तो राहुल के साये ही चुनाव प्रचार कर रहे थे।
सोशल मीडिया द्वारा दिये गये विश्लेषण से बाहर आते हुये, सधे हुये भाषण। पार्टी के खांटी नेताओं की बनायी रणनीति को बिना क्षति पहुंचाये, पूरा चुनाव खत्म करना राजनैतिक विश्लेषकों के लिये भी चौंका देने वाला था।
यह नये राहुल हैं, यह पहली बार था कि “एक हिन्दू राहुल दिखा”। गुजरात में फैले असंतोष को पूरी तरह भुनाया राहुल गाँधी ने इस बार, बिना किसी गलती के, वो भी मोदी के ही हिन्दू अंदाज़ में ही। देश को भी एक परिपक्व विपक्षी नेता मिलता दिख रहा है। गुजरात चुनाव के नतीजे भले ही जो भी हों, लेकिन राहुल के इस नये रूप ने पूरे विपक्ष को 2019 के लिये एक उम्मीद तो दिखा दी है यहाँ। बशर्ते राहुल का यह अवतार कायम रहे।