रोजगार छिनने से इस युवक ने देर शाम नैनीझील में छलांग लगा ली। आसपास के लोगों और पुलिस ने फिलहाल युवक की जान बचा ली है। खबर सुनते ही युवक के घर में कोहराम मच गया है। 40 साल का यह युवक उत्तराखंड की सरोवर नगरी नैनीताल में टैक्सी बाइक चलाता था। छह महीने से उसका काम बंद है। युवक के घर में पत्नी व दो बच्चे हैं। शातिर किस्म के युवक अपराधों में शामिल हो चुके हैं। वो भी प्रसन्न हैं जिनके पास खर्च के लिए बचत बची है या वो प्रसन्नचित हैं जो निठल्ले बैठे-ठाले सरकार से तनख्वाह पा रहे हैं या अवैध धंधों से मोटी कमाई कमा चुके हैं। इमानदारी से काम कर अपना परिवार पालने वालों के सामने मौत के समान संकट पैदा हो गया है।
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सरकार समर्थकों को बता दिया जाना चाहिए कि यह युवक होश संभालने के बाद से आत्मनिर्भर ही है। यह किसी सरकारी नौकरी में नहीं था और न ही सरकार की किसी योजना का लाभ ले रहा था। वह पहले भुट्टे बेचता था, दुकानों में काम करता था या ठेली लगा लिया करता था। रुपए जमा किए तो बाइक खरीद ली। इसके बाद तल्लीताल से मल्लीताल पर्यटकों को बाइक पर ढोता था और ऊंची जगह पर रहने वाले लोगों को उनके घर पहुंचाया करता था। इस काम से मिले रुपयों से ही अपना परिवार चलाता था। अब परिवार को पालने के लिए इसके पास कोई साधन न बचा।
चंद्र शेखर जोशी जी की वाल से