घटना मुंबई के पश्चिमी उपनगर में कांदिवली के चारकोप इलाके में बंदरपाखाड़ी रोड का है। जहां रविवार को तड़के मंदिर में आग लगने से मंदिर में सो रहे तीन लोग सुभाष खोड़े, युवराज पवार और मन्नू राधेश्याम गुप्ता की मौत हो गई। खोड़े और पवार की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि मन्नू ने शताब्दी अस्पताल में दम तोड़ दिया था। पहले पुलिस इसे शॉर्ट सर्किट से हुई दुर्घटना मान रही थी।
प्राप्त जानकारी में पता चला कि युवराज पवार ने दो दिन पहले एक 20 वर्षीय युवक को थप्पड़ मार दिया था। उसने इसका बदला लेने के लिए उसकी हत्या की योजना बनाई थी। आरोपी ने अपनी एक्टिवा से 5 लीटर पेट्रोल निकाला। तड़के उसने एक नाबालिग की मदद से मंदिर में पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। पुलिस ने घटना के 24 घंटे के भीतर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर आईपीसी की धारा 302, 436 और 34 के तहत मामला दर्ज किया है।