उत्तराखंड में मौसम विभाग ने कल यानी 16 अप्रैल की दोपहर से अगले 48 घंटे प्रदेश में ओलावृष्टि और झक्कड़ की चेतावनी जारी की है। इसके साथ ही आज से प्रदेशभर में मौसम का मिजाज बदल जाएगा। प्रदेशभर में रविवार को सुबह से तेज धूप खिली हुई थी। इससे दिन का अधिकतम तापमान 35 डिग्री तक पहुंच गया था। बात करें आज की तो जहाँ अधिकतम तापमान 35 डिग्री और न्यूनतम तापमान 21 डिग्री तक रह सकता है और इसके साथ ही पहाड़ों में आज से हल्की बारिश से गर्मी से राहत मिल सकती है।
मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि सोमवार को प्रदेशभर में अनेक हिस्सों में आंशिक बादल आ सकते हैं। उन्होंने बताया कि चार जिलों उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ में हल्की बारिश और बर्फबारी भी हो सकती है। इस समय पहाड़ों में जहां सेब पर फूल आने का दौर चल रहा है। वहीं, मैदानी क्षेत्रों में आम, लीची में बौर निकल रही हैं, जबकि मैदानी क्षेत्रों में गेहूं की फसल पक कर तैयार हैं। यदि बारिश और ओलावृष्टि होती है, तो इन फसलों को भारी नुकसान हो सकता है। प्रदेश में इस बार अच्छी बर्फबारी होने से किसानों ने सेब की बंफर पैदावार होने की उम्मीद लगाई है।
इन दिनों उत्तरकाशी जिले समेत अन्य सेब उत्पादक क्षेत्रों में सेब पर फूल आने का दौर चल रहा है। ऐसे समय में ओलावृष्टि और बारिश सेब की फसल के लिए सबसे घातक है। उद्यान निदेशक आरसी श्रीवास्तव का कहना है कि ओलावृष्टि और लगातार तीन-चार दिनों तक बारिश से सेब व अन्य बागवानी फसल को काफी नुकसान हो सकता है। देश में अधिकतर किसानों ने गेहूं की कटाई पूरी कर ली है। नवंबर-दिसंबर में जिन क्षेत्रों में गेहूं की बुवाई की गई है। वहां गेहूं की फसल देरी से तैयार होगी। कुछ घंटों के लिए होने वाली बारिश से खड़ी फसल को नुकसान होने की कम संभावना रहती है।