उत्तराखंड के लिए एक और दुखभरी खबर यहाँ सुनने में आ रही है क्यूंकि उत्तरकाशी जिले के नौगांव ब्लाक के क्वालगांव निवासी चंद्रमणि नौटियाल के शहीद होने की खबर मिल रही है। वो जम्मू-कश्मीर के बारामुला में वे देश पर कुर्बान हो गए हैं। उनकी शहादत की खबर से पूरी रवांई घाटी के साथ-साथ उत्तराखंड में भी शोक की लहर है। चंद्रमणि नौटियाल भारत तिब्बत सीमा पुलिस की 12 वीं वाहिनी में सब इंस्पैक्टर के पद पर मातली, उत्तरकाशी में तैनात थे। इन दिनों पर वह चुनाव ड्यूटी के लिए जम्मू गए हुए थे।
बटालियन के असिस्टेंट कमांडेंट सत्यम मिश्रा ने बारामुला कुंजर से बताया कि चंद्रमणी नौटियाल सुबह अपनी कारबाइन को साफ कर रहे थे। इस दौरान कारबाइन से गोली चल गई, जो सीधे उन्हें लग गयी थी जिसके बाद उनकी मौत हो गई है। उनका पार्थिव शरीर जल्द ही बड़कोट पहुंच जाएगा। जहां पूरे सैन्य संम्मान के साथ दाह संस्कार किया जाएगा। चंद्रमणि नौटियाल अपने पीछे दो बेटे और एक बेटी को छोड़ गए।
शहीद चंद्रमणी के बेटे राजेश भी आईटीबीपी में ही तैनात हैं। आजकल उनकी तैनाती उत्तरकाशी के महिडांडा में है और इन दिनों वो चुनाव ड्यूटी में तैनात किये गये हैं। उनके परिवार में खबर से कोहराम मचा हुआ है। परिवार पर दुखों को पहाड़ू टूट गया है। जानकारी के अनुसार परिवार में दो बेटे और पत्नी हैं। बेटी का विवाह पास के ही गांव ईड़क में हुआ है। बताया जा रहा है कि परिवार पर कुछ समय पहले भी एक आफत आई थी, जब डामटा के पास बस दुर्घटना में उनकी बहू की मौत हो गई थी।