देश इस वक्त कोरोना संक्रमण से बुरी तरह जूझ रहा है। कुछ दिनों से ढाई हजार से ज्यादा मौतें हो रही हैं। साढ़े तीन लाख के आसपास संक्रमित मिल रहे हैं। कोरोना के इन डराने वाले आंकड़ों ने हर किसी को तनाव में डाल दिया है। खासतौर से उन लोगों को जो दिन रात कोरोना मरीजों की देखभाल में लगे हैं। कई घंटों तक काम करने के बाद हेल्थकेयर वर्कर्स तनाव में आ गए हैं। ऐसे में उत्तराखंड के हल्द्वानी में एक एंबुलेंस ड्राइवर ने तनाव दूर करने के लिए अलग ही तरीका अपनाया।
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यह पूरा मामला हल्द्वानी शहर के सुशील तिवारी अस्पताल (एसटीएच) के पास गुजर रही बारात में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब कोरोना मरीजों को अस्पताल पहुंचाने वाला एंबुलेंस चालक अचानक पीपीई किट पहनकर बारात में घुसकर थिरकने लगा। सोमवार रात करीब 11 बजे रामपुर रोड से बारात गुजर रही थी। बैंड-बाजे की धुन पर हंसता हुआ नूरानी चेहरा गीत बाराती थिरक रहे थे। तभी पीपीई किट में एक व्यक्ति पहुंचकर बीच बारात नाचने लगा। जिसे देख बारातियों में भगदड़ मच गई। कुछ देर जमकर ठुमके लगाने के बाद युवक चला गया, तब जाकर बारातियों की जान में आई।
सुशीला तिवारी हॉस्पिटल में कोविड-19 के पेशेंट को लाने ले जाने के लिए एंबुलेंस चालक महेश की ड्यूटी लगी हुई है। महेश पांडे सुबह दिन रात लगातार को भी पेशेंट को लाने ले जाने का कार्य कर रहे हैं ऐसे में जब सुशीला तिवारी अस्पातल के पास से बारात निकली तो उन्होंने बारात के साथ एंजॉय किया। महेश का कहना था कि काम का तनाव कम करने के लिए उसने बारात में नाचकर तनाव को कम करने का प्रयास किया। जब उसने बारात आते देखी, तो खुद को रोक नहीं सका और अपने तनाव को दूर करने के लिए बैंड बाजे की धुन पर डांस करने लगा। एंबुलेंस ड्राइवर महेश ने बताया कि कि डांस करने के बाद उसका मन थोड़ा हल्का हो गया और तनाव भी कम हो गया।