Home उत्तराखंड उत्तराखण्ड Lockdown: इस बार देवभूमि के देवता भी रहेंगे लॉकडाउन, ऐसे बनेगी...

उत्तराखण्ड Lockdown: इस बार देवभूमि के देवता भी रहेंगे लॉकडाउन, ऐसे बनेगी सोशल डिस्टेंसिंग

तीर्थ नगरी हरिद्वार में गंगा का पानी अमृत के समान स्वच्छ और पवित्र हो गया है। लेकिन उसके निर्मल जल में डुबकी लगाने का सौभाग्य न तो भक्तों को न ही ग्राम देवताओं को मिल पाएगा। पूरे विश्व में मानव जीवन के लिए खतरा बने कोविड 19 के संक्रमण से बचाव के लिए देवभूमि उत्तराखंड के कई गांवों में ग्राम देवता भी लॉकडाउन में रहेंगे। कई स्थानों पर पहली बार ऐसा होगा जब ग्राम देवता की डोली हरिद्वार आकर गंगा में स्नान नहीं करेगी। कई गांवों की मंदिर समितियां ग्राम देवता को बाहर न निकालने और मेलों का आयोजन न करने का निर्णय ले चुकी है। वैशाखी पर्व पर पहली बार ग्राम देवता बाहर निकलते हैं। धार्मिक रीति रिवाज से उनका पूजन होता है।

यह भी पढें:मां अपने पांच बच्चों के साथ गंगा में कूदी, खुद तैरकर बाहर निकली, बच्चे डूबे 

उनकी डोली गांव-गांव जाती हैं लोग देवता का आशीर्वाद लेते हैं। देवता को स्थानीय नदियों में स्नान कराने की परंपरा भी है। लेकिन जौनपुर, नैनबाग, टिहरी के कई गांवों में ग्राम देवताओं की डोली हरिद्वार हर की पौड़ी में स्नान के लिए आती हैं। पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश से भी लोग देवताओं के गंगा स्नान के लिए हरिद्वार लेकर आते हैं। यह देखना अनोखा है कि कोरोना संकट के बीच दशकों में पहली बार गंगा स्वच्छ और निर्मल दिखाई दे रही है।

श्री गंगा सभा के सदस्य उज्ज्वल पंडित कहते हैं, जो कार्य अरबों रुपये की अभियान में नहीं हुआ, वह लॉकडाउन में हो गया। आज गंगा इतनी स्वच्छ है कि एक सिक्का नदी में फेंक दें तो वह जल में स्पष्ट दिखाई दे रहा है। गंगा का पानी वास्तव में अमृत हो गया है। मगर दुर्भाग्य कि इस बार किसी को भी मोक्ष की डुबकी लगाने का सौभाग्य नहीं मिल पाएगा। देवी-देवताओं की डोलियों की चहल पहल भी नहीं होगी। इसलिए खतरे से बचाव के लिए ग्राम देवताओं की डोली और मेलों का आयोजन नहीं होगा। पुलिस भी मंदिर और मेला समितियों के लोगों से अपील कर रही है कि इस धार्मिक उत्सवों को टाल दिया जाएगा।

यह भी पढें: पाक की नापाक हरकत, कोरोना की इस महामारी में भी हिन्दुओं को नहीं देर रहा राशन-पानी


LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here