उत्तराखंड में विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है। इसी के साथ ही राजनीतिक दलों ने भी सरकार के खिलाफ हल्ला बोलना शुरू कर दिया है। भू-कानून की मांग को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल ने विधानसभा कूच किया। हालांकि पुलिस ने उन्हें बेरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। उत्तराखंड क्रांति दल ने विधानसभा सत्र के पहले दिन ही सरकार के खिलाफ हल्ला बोला। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता हाथों में तख्तियां और दल का झंडा लिए विधानसभा कूच के लिए निकले, लेकिन पहले से ही मुस्तैद पुलिस ने सभी कार्यकर्ताओं को बैरिकेडिंग लगाकर रिस्पना में रोक दिया।
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इस दौरान कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग पर चढ़ उसे पार करने की भी कोशिश। जिसके बाद नारेबाजी करते हुए उक्रांद के कार्यकर्ता सड़क पर ही बैठ गए। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि जल्द सरकार की ओर से हमारी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो उक्रांद के 50 हजार कार्यकर्ता उग्र आंदोलन करेंगे। मानसून सत्र के पहले दिन विश्व विख्यात पर्यावरणविद्, पदम विभूषण एवं चिपको आंदोलन के प्रणेता स्व. सुंदरलाल बहुगुणा को सदन की गैलरी में माननीय सदस्यों द्वारा श्रद्धांजलि दी गई।
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नेता प्रतिपक्ष रही स्व.इंदिरा हृदयेश, गंगोत्री के विधायक गोपाल रावत, हरिद्वार के पूर्व विधायक अम्बरीष कुमार, पूर्व शिक्षा मंत्री नरेंद्र भंडारी, पूर्व विधायक बच्ची सिंह रावत को सदन में श्रद्धांजलि अर्पित की। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। 2022 के चुनाव को देखते हुए विपक्ष सदन में सरकार को घेरने की पूरी कोशिश करेगा। वहीं, सरकार ने भी विपक्ष की ओर से उठाए जाने वाले मुद्दों पर जवाब देने की रणनीति बनाई है। धामी का बतौर मुख्यमंत्री यह पहला विधानसभा सत्र है।