दो दिन पहले पौड़ी जिले में सतपुली-रिठाखाल मोटरमार्ग में एक बस गहरी खाई में गिर गई थी। इस दर्दनाक हादसे में 3 लोगों की मौत की सूचना और 21 से ज्यादा लोगों को गम्भीर रूप से घायल हो गए थे। कोटद्वार जा रही जीएमओयू की बस संख्या यूके12 पीबी 0063 सतपुली-रिठाखाल मोटरमार्ग पर रिठाखाल के पास 500 मीटर गहरी खाई में गिर गयी थी। उसके बाद घायलों को अस्पतालों में भर्ती किया गया है।
इस दुर्घटना में बस चालक विनोद बहुगुणा निवासी कोटद्वार, निहारिका (14) पुत्री प्रमेंद्र राय निवासी सिम्बलचौड़ कोटद्वार और एक अज्ञात व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। 21 सवारियां घायल हुई हैं। इनमें 15 पुरुष और छह महिलाएं शामिल हैं। इस घटना के बाद लोगों का कहना है कि यदि सवारियां जागरूक होती तो ये हादसा नहीं होता इसके पीछे जो तर्क है वो ये कि करीब एक महीने पहले सतपुली थाना पुलिस ने शराब पीकर वाहन चलाने के मामले में इसी बस को सीज किया था। तब बस चालक कोई और था, लेकिन परिचालक मुकेश लखेड़ा ही था।
घायलों ने पुलिस को बताया कि संगलाकोटी में चालक और परिचालक ने एक होटल में शराब पी थी। घटनास्थल से करीब चार किमी पहले एक सवारी ने जब चालक के शराब पीकर वाहन चलाने पर आपत्ति जताई तो चालक और परिचालक ने उसके साथ अभद्रता कर उसे रास्ते में ही उतार दिया। हादसे से ठीक पहले चालक और परिचालक में काफी गाली गलौच भी हुई थी। इससे एक बात तो साफ़ है अगर अन्य लोगों ने भी उस दौरान विरोध किया होता तो शायद ये हादसा रोका जा सकता था। लोगों में पुलिस, प्रशासन और परिवहन विभाग के प्रति भी गुस्सा देखा गया। लोगों का कहना था कि मुख्य मार्गों पर तो पुलिस और परिवहन विभाग सक्रिय रहकर वाहनों की चेकिंग और चालानी कार्रवाई करता है, लेकिन जिले के दूरस्थ पर्वतीय ग्रामीण संपर्क मार्गों का कोई पूछने वाला नहीं है।