Home उत्तराखंड शहीद बेटे को तिरंगे में लिपटा देख पूरे गांव में मचा कोहराम,...

शहीद बेटे को तिरंगे में लिपटा देख पूरे गांव में मचा कोहराम, देखिये अंतिम यात्रा की भावुक तस्वीरें

देवभूमि उत्तराखंड ने अपने दो लाल बीते शनिवार को गँवा दिए हैं ये दो जवान चमोली जिले के स्यूंण गाँव के सुरजीत सिंह राणा व अल्मोड़ा जिले के पालडी गांव के रहने वाले जवान सूरज सिंह भाकुनी थे। जो पालावालां जम्मू कश्मीर में युद्धाभ्यास के दौरान हुए विस्फोट में देश के लिए शहीद हो गये थे। जबसे उत्तराखंड के दो बेटों के शहादत की खबर प्रदेशवासियों को पता चली थी उसी दिन से पूरी देवभूमि ग़मगीन थी और बीती रोज तो ये नजारा और भी भावुक और रुला देने वाला था क्यूंकि सोमवार को दोनों शहीदों के पार्थिव शरीर उनके गाँव में लाये जा चुके थे।

शहीद सुरजीत सिंह का पार्थिव शरीर जम्मू-कश्मीर से सेना के विशेष वाहन से उनके गांव स्यूंण लाया गया जैसे ही शहीद के पार्थिव शरीर को गांव में लाया गया,  शहीद का परिवार ताबूत पर लिपटकर जो-जोर से रोने-बिलखने लगे। ताबूत में बंद शहीद के शव को देख गांव के बुजुर्ग, महिलाओं, युवाओं और बच्चों की आंखें नम हो गई, शहीद के घर में मां के साथ ही बड़ा भाई महावीर राणा व उसका परिवार रहता है। शहीद सुरजीत की पत्नी की एक वर्ष पूर्व मौत हो गई है और उनकी कोई संतान नहीं है। जबकि पिता का साया बचपन में ही सिर से उठ चुका था। शहीद सुरजीत के भाई महाबीर अपने भाई की शहादत पर इतने गमगीन हो गए कि गले से आवाज भी नहीं निकली टपटप आंसूओं से भाई का पार्थिव शरीर देखते रहे। इसके बाद एक घंटे तक पार्थिव शरीर को घर में रखने के बाद तीन किमी दूर पैदल पैतृक घाट दूधगंगा के तट पर लाया गया।

इस दौरान शहीद सुरजीत सिंह की अंतिम यात्रा में पूरे गाँव के साथ-साथ इलाके का एक बहुत बड़ा जनसैलाब, आर्मी के ऑफिसर और जवान और चमोली जिले की जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया सहित और भी कई गणमान्य लोग पहुंचे हुए थे। घाट पर सेना ने शहीद के सम्मान में तीन राउंड फायर आकाश की ओर कर सम्मान व्यक्त किया उसके बाद अपने शस्त्र उलटे कर शोक और श्रद्धांज्जलि दी गई। शहीद के ताबूत पर लिपटे तिंरगे को सम्मान शहीद के भाई को दिया गया फिर धार्मिक रीति रिवाज से अंतिम संस्कार हुआ शहीद के भाई महावीर सिंह राणा ने मुखाग्नि दी।


LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here