पूरे देशभर में शायद ही कोई अन्य ऐसा जिलाधिकारी इस समय हो जो आम जनता के बीच अपने काम की इस तरह पैठ बना चुका हो कि उनके प्रति हर दिन लोगों का प्यार बढ़ता ही जा रहा हो, हमारे इस आशय से आप समझ ही गये होंगे कि यहाँ बात हो रही है रुद्रप्रयाग जिला के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल की। जबसे उन्होंने जिले का कार्यभार संभाला है तबसे ही वो जिले के कायाकल्प के प्रयासों में जुटे हुए हैं और अब इसी कड़ी में वो एक और शानदार काम रुद्रप्रयाग में करने जा रहे हैं और वो है बेलनी पुल से जवाड़ी बाईपास तक मरीन ड्राइव का निर्माण। इसके लिए प्रशासन ने बेलनी पुल से जवाड़ी बाईपास तक 3 किलोमीटर लम्बे अलकनंदा नदी के किनारे बन रहे इस मरीन ड्राइव पर काम करना भी शुरू कर दिया है।
रुद्रप्रयाग केदारनाथ और बद्रीनाथ यात्रा करने वाले लोगों के लिए एक मुख्य पड़ाव है जिसके कारण यात्रा सीजन में इस मार्ग पर आवागमन बहुत ही ज्यादा होता है और लोग अलकनंदा और मंदाकिनी के संगम पर स्थित रुद्रप्रयाग में स्नान करने या दर्शन करने के बाद ही अपनी आगे की यात्रा करते हैं। इसके अलावा रुद्रप्रयाग जिले का मुख्यालय भी है जिसके कारण यहाँ हमेशा भीड़भाड़ रही है और इसका दुस्प्रभाव ये होता है कि जब स्थानीय जनता और बच्चे शाम के समय शहर में घूमना चाहते हैं तो उन्हें यहाँ वो शांत जगह नहीं मिल पाती जिसकी उन्हें तलाश होती है। अब अगर रुद्रप्रयाग में ये मरीन ड्राइव का निर्माण पूरा हो जाता है तो आम जनता तो इसका आनंद लेगी ही साथ ही ये देश-विदेश के पर्यटकों को भी अपनी और आकर्षित करेगा।
मरीन ड्राइव के निर्माण में बेलनी पुल से जवाड़ी बाईपास तक नदी के किनारे सुरक्षित उंचाई तक छह फीट चौड़ा रास्ता बनाया जाएगा और इसके लिए प्रारम्भिक निरीक्षण भी पूरा हो चुका है और इसका अलाइमेंट के साथ पैदल रास्ते के निर्माण पर भी चर्चा की जा चुकी है। मरीन ड्राइव के निर्माण के लिए लोनिवि को करीब 1 करोड़ 25 लाख का प्रस्ताव भेजा जा चुका है, इस पूरे सिलसिले में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने पूरे मार्ग का जायजा लेने के साथ ही अधिकारियों से बातचीत भी कर ली है और अब उम्मीद के जा रही है कि लोनिवि से जल्द बजट स्वीकृत होने के बाद इसपर निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा।