हाथरस में श्रीराम कथा सुनाते वक्त तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु श्रीरामभद्राचार्य महाराज (74) की हालत बिगड़ गई। सांस लेने में परेशानी होने पर शुक्रवार की सुबह उन्हें आगरा में दिल्ली गेट स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। जांच कर डॉक्टरों ने निमोनिया से फेफड़ों में संक्रमण बताया है। हालत खतरे से बाहर है। एयरलिफ्ट कर उन्हें उत्तराखंड (जोशी मठ) लेकर जाने की तैयारी है। उनको चार साल पहले ओपन हार्ट सर्जरी हो चुकी है।
हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. राकेश शर्मा ने बताया कि उनको शुक्रवार की सुबह करीब 10 बजे भर्ती कराया गया था। उनको सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। जांच में निमोनिया, फेफड़ों में संक्रमण मिला। हृदय रोग विशेषज्ञ ने ईसीजी और ईको भी किया। इसकी रिपोर्ट सामान्य है। अभी उनको चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है। हालत नियंत्रित है। सेवादार उनको एयरलिफ्ट कर उत्तराखंड लेकर जाने की तैयारी में है।
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामभद्राचार्य के उत्तराधिकारी को फोन करके उनका हालचाल जाना। जगद्गुरु की तबीयत बिगड़ने की सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में उनके अनुयायी हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, रामभद्राचार्य महाराज की चार साल पहले हृदय बाईपास सर्जरी हो चुकी है, ऐसे में डॉक्टर हर तरह की जांच कर रहे हैं। पुष्पांजलि अस्पताल के संचालक डॉ. वी.डी. अग्रवाल ने बताया कि रामभद्राचार्य महाराज को वायुमार्ग से देहरादून ले जाया गया है। अग्रवाल ने बताया कि हालांकि, अभी खतरे की कोई बात नहीं है, लेकिन उनके शिष्य उन्हें देहरादून ले गए हैं। अग्रवाल ने बताया कि देहरादून में उनके किसी अनुयायी का अस्पताल है।