उत्तराखंड में एक कारोबारी के घर फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी बनकर लाखों की ठगी करने वाले गिरोह के सरगना समेत दो बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने दोनों के पास से एक कार, ढाई लाख की नकदी समेत अन्य सामान बरामद किया है। गिरोह के पांच बदमाश अब भी फरार हैं। पुलिस पांचों की तलाश कर रही है। बुधवार को गंगनहर कोतवाली में प्रेसवार्ता कर एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि सुनहरा रोड निवासी सुधीर कुमार जैन के घर आठ फरवरी को दो कार में सात लोग फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी बनकर पहुंचे थे।
उक्त लोगों ने खुद को अधिकारी बताते हुए परिवार के लोगों के मोबाइल जब्त कर लिए थे और घर की तलाशी ली थी। तलाशी के दौरान एक बैग में 20 लाख की नकदी मिली थी। वह बैग को लेकर फिर आने की बात कहकर फरार हो गए थे। दो दिन बाद कारोबारी ने इनकम टैक्स विभाग में जाकर कार्रवाई के संबंध में जानकारी की, तो पता चला कि ऐसी कोई टीम नहीं आई थी। मामले की जानकारी गंगनहर कोतवाली पुलिस को दी गई। पुलिस ने तत्काल मामले की रिपोर्ट दर्ज कर गिरोह की तलाश शुरू की। सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। लगातार गिरोह की तलाश की गई। जिसके चलते पुलिस टीम गिरोह तक पहुंच गई।
फर्जी इनकम टैक्स रेड डालने वाले गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस टीम बीती 21 फरवरी को देर शाम रुड़की रोडवेज बस अड्डे से पकड़ने कामयाब रही। आरोपितों में सलमान उर्फ समर निवासी खुड्डा नगला, थाना-छपार, मुजफ्फनगर व धीरज निवासी 415 इंद्रप्रस्थ योजना लोनी रोड, गाजियाबाद, थाना-लोनी, उत्तर प्रदेश हैं। आरोपितों के पास से ढाई लाख रुपये की नकदी, एक एप्पल का मोबाइल जो उन्होंने ठगी के रुपयों से खरीदा था। इसके अलावा एक टोयोटा ग्लांजा कार, इनकम टैक्स की एक मोहर, एक फाइल व कुछ दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। गिरोह के अन्य साथियों की तलाश की जा रही है। इस मौके पर एसपी देहात एसके सिंह, गंगनहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ऐश्वर्य पाल मौजूद रहे।