रुद्रप्रयाग जिले की ऊखीमठ तहसील के जग्गी-बगवान (पारी) गांव के रहने वाले नरेन्द्र सिंह राणा का दो साल का मासूम बच्चा आदर्श राणा दिल की गम्भीर बीमारी से जूझ रहा था। और बाद में पता चला की मसुं आदर्श राणा के दिल में एक छेद है। तभी से गरीब माँ बाप सदमे में थे क्यूंकि उनकी आर्थिक स्थिति ऐसी थी कि वो उसका चाह कर भी इलाज नहीं कर सकते थे। और अब दिन रात माँ बाप को मासूम की चिंता खाए जा रही थी, और वो बस भगवान से प्रार्थना ही कर सकते थे कि उनका बच्चा ठीक हो जाए। और कुछ दिन बाद ऐसा लगा कि शायद भगवान ने उनकी फ़रियाद सुन ली है, और ये जानकारी यूथ फाउंडेशन तक पहुँच गयी।
उसके बाद यूथ फाउंडेशन ने इस बच्चे के इलाज की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली, और यूथ फाउंडेशन की टीम मासूम को इलाज के लिए एम्स दिल्ली ले गयी। वहां भी एक बार डॉक्टरों ने अपने हाथ खड़े कर दिए थे और उसे बचा पाने की गारन्टी देने से मन कर दिया। और फिर यहाँ से शुरू हुआ नेहरु पर्वतारोहन संस्थान के प्रमुख कर्नल अजय कोठियाल का जबरदस्त प्रयास उन्होंने हार नहीं मानी। और जैसे तैसे एम्स दिल्ली के डॉक्टर बच्चे के इलाज के लिए तैयार हो गये| और पिछले लभग 45 दिनों से उसकी बीमारी का इलाज चल रहा था। और अब डॉक्टरों ने बच्चे को पूरी तरह से स्वस्थ करार दे दिया है।
इस सब पूरे घटनाक्रम के बाद गरीब बाप नरेन्द्र सिंह राणा और उसकी पत्नी यूथ फाउंडेशन और कर्नल अजय कोठियाल को लाखों दुआएं दे रहे हैं, जिनके अथक प्रयासों के बाद उनका 2 साल का मासूम बेटा बच सका है। उत्तराखंड की जनता भी सलाम करती है कर्नल अजय कोठियाल और यूथ फाउंडेशन को जिनके प्रयासों से ये सब हो सका।