कर्नल अजय कोठियाल वो सक्श जो आज उत्तराखंड में किसी परिचय का मोहताज नहीं है, यूथ फाउंडेशन के संस्थापक और नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रिंसिपल कर्नल अजय कोठियाल की पूरी दुनियां दीवानी है। साल 2013 में केदारनाथ आपदा के बाद नयी केदारपुरी के निर्माण में कर्नल अजय कोठियाल ने सबसे बड़ी भूमिका निभायी। इसके अलावा कर्नल कोठियाल ने उत्तराखंड में जगह-जगह ट्रेनिंग कैंप शुरू किये जिसने उत्तराखंड के सैकड़ों युवाओं को सेना की राह दिखाई है और उनके इन जबरदस्त प्रयासों के दम पर ही पिछले 4 सालों में 3000 से ज्यादा स्थानीय युवा गढ़वाल और कुमाऊं रेजिमेंट में भर्ती हो चुके हैं। इसके अलावा वो अब देवभूमि की बेटियों और कश्मीर के युवाओं को देश प्रेम की नई राह दिखाने के प्रयास में जुटे हुए हैं।
पिछले 3-4 सालों पर गौर किया जाए तो राजनीतिक दृष्टि से ऐसा लगता है कि कर्नल अजय कोठियाल भाजपा के ज्यादा नजदीक हैं, समय-समय पर वो मोदी सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों की प्रशंसा भी करते रहते हैं इसके अलावा केंद्र के कई मंत्री भी कर्नल अजय कोठियाल की तारीफों के पुल बाँध चुके हैं, पर ना तो अभी तक उन्होंने बीजेपी की सदस्यता स्वीकार की है और ना ही उन्हें बीजेपी की तरफ से ये प्रस्ताव मिला है। और इन सबके बाद अब कर्नल कोठियाल ने ऐलान किया है कि आने वाले लोकसभा चुनावों में वो टिहरी संसदीय सीट से चुनाव लड़ने वाले हैं, जिसके बाद सियासी सरगर्मी तेज हो गयी है।
टिहरी संसदीय सीट पर अगर नजर डाली जाए तो आजादी से लेकर अब तक भाजपा की तरफ से इस सीट पर हर बार टिहरी राजघराने के किसी सदस्य ने ही चुनाव लड़ा है और वर्तमान में भी महारानी राजलक्ष्मी शाह इस सीट से सांसद हैं। लगता नहीं है कि भाजपा इस बार भी उन्हें छोड़कर किसी अन्य को इस सीट से टिकट देगी पर अब क्यूंकि कर्नल कोठियाल की पूरे उत्तराखंड में एक शानदार छवि बनी हुई है तो आने वाले समय में प्रदेश की सियासत क्या रंग लेने वाली है ये देखना दिलचस्प होगा। क्या बीजेपी की तरफ से कर्नल अजय कोठियाल को टिकट दिया जायेगा या वो किसी अन्य पार्टी के प्रत्यासी बनकर वो यहाँ चुनाव लड़ने वाले हैं या फिर निर्दलीय होकर ये देखना बहुत ही दिलचस्प होने वाला है।