पिछले साल भर यानी जबसे योगी आदित्यनाथ देश के सबसे बड़े सूबे उत्तरप्रदेश के मुखिया बने हैं तबसे वहां शासन ब्यस्था के हालात काफी बदले बदले से हुए हैं, जहाँ एक और सपा के शासनकाल में माफिया और गुंडाराज सर चढ़ कर उत्तरप्रदेश में बोल रहा था तो बीजेपीनीत योगी सरकार में हालात बिलकुल जुदा हैं। नौबत यहाँ तक आ गयी है कि जो गैंगस्टर इस समय उत्तरप्रदेश में हैं भी वो भी अपने हाथों में पोस्टर लिए घूम रहे हैं जिसके कारण उनका एनकाउंटर होने से बच सके और इन पोस्टर्स में लिखा है की वे लोग आगे से अपराध नहीं करेंगे बस एक बार उनको माफ किया जाए और साथ ही वो अब कठिन परिश्रम करके रुपये कामायेंगे।
योगी आदित्यनाथ मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी जिले के रहने वाले हैं और जबसे उन्होंने उत्तरप्रदेश की सत्ता संभाली है तबसे वो वहां आमूलचूल परिवर्तन करने में लगे हुए हैं जिससे कि प्रदेश की छवि पूरे देश में अच्छी हो सकते क्यूंकि अभी तक उत्तरप्रदेश की इमेज एक गुंडाराज और भ्रष्टाचारी राज्य के रूप में ही रही है। और इसमें भी गुंडाराज का पूरे प्रदेश में जबरदस्त बोलबाला है और खासकर के पश्चिमी उत्तरप्रदेश के मेरठ, मुज्जफरनगर और शामली जिले तो गैंगस्टर के लिए बहुत ही ज्यादा बदनाम हैं।
सबसे पहले एनकाउंटर स्पेशलिस्ट अजय पाल शर्मा को योगी आदित्यनाथ ने शामली का एसपी नियुक्त किया और जबसे वो यहाँ के एसपी बने हैं बदमाशों का जीना हाराम हो गया है, क्यूंकि उनके बारे में कहा जाता है जब तक दिन में वो बदमाशों का एक भी एनकाउंटर न कर दें वो चैन की सांस नहीं लेते हैं। उत्तरप्रदेश पुलिस ने ऑपरेशन ‘ऑलआउट’ के मोड में कार्यवाही करते हुए पिछले 3 दिनों में 24 एनकाउंटर कर डाले, और साथ ही 36 कुख्यात अपराधियों को जेल में डाल दिया है। और अब हालात यहाँ तक हो रहे हैं कि बदमाशों को उत्तरप्रदेश से भागना पड़ रहा है और वो दूसरे राज्यों की तरफ अपना ठिकाना तलाश रहे हैं।