देवभूमि के जवान ने अपनी जान की बाजी लगाकर आमने-सामने की लड़ाई में दो साल पहले दो नक्सलियों को मार गिराया था। उत्तराखंड का ये लाल एसएसबी में तैनात है और मूल रूप से बनबसा के रहने वाले हैं जिनका नाम कांस्टेबल गणेश सिंह राणा है। और अब उनके इसी साहस भरे कदम के बाद बीती 26 जनवरी को भारतीय राष्ट्रपति ने वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया है। उनको यह पुरस्कार मिलने के बाद से पूरे उत्तराखंड के साथ ही क्षेत्र में भी हर्ष का माहौल है।
गणेश वर्तमान में एसएसबी की 35वीं वाहिनी में झारखंड में तैनात हैं। गणेश को पहले भी महानिदेशक स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जा चुका है। उनके साथ ही एसी नरपत सिंह, एचसी प्रदीप कुमार एवं भीम सिंह को भी उक्त सम्मान दिया गया है। जांबाज गणेश सिंह गणेश थारू जनजाति वर्ग से हैं। उनकी इस उपलब्धि पर थारू जनजाति वर्ग के लोगों के साथ ही क्षेत्र के लोगों में हर्ष की लहर है।
गणेश के पिता स्व. नारायण सिंह यहां ग्लोरियस एकेडमी स्कूल में वाहन चालक थे। बनबसा के पेंटर फार्म में रहने वाले गणेश ने डेविडपेंटर हाई स्कूल से दसवीं एवं शारदा इंटर कॉलेज से बारहवीं की पढ़ाई की थी। वर्ष 2018 में वह अपनी टीम के साथ नक्सल प्रभावित जंगलों में गश्त कर रहे थे। इस बीच अचानक से नक्सलियों ने सामने से उनकी टीम पर फायरिग कर दी। आमने-सामने की लड़ाई में उन्होंने तुरंत एक पेड़ की आड़ लेकर दो नक्सलियों को मार गिराया। जिससे हतोत्साहित होकर बाकी नक्सली भाग निकले।