उत्तराखंड में श्रीनगर के समीप सुमाड़ी में एनआईटी का भूमि पूजन होने के बाद विधानसभा में सोमवार को उच्च शिक्षा राज्य मंत्री धन सिंह रावत ने उच्च शिक्षा तकनीकी शिक्षा विभाग की बैठक ली, जिसमें धन सिंह रावत ने श्रीनगर में अस्थाई रूप से चल रहे एनआईटी की सुविधाओं को जुटाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। धन सिंह रावत ने एनआईअी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का भी आभार जताया। धन सिंह रावत का कहना है कि 2 साल के भीतर सुमाड़ी में एनआईटी का स्थाई कैंपस बनकर तैयार हो जाएगा।
इन सबके बाद प्रदेश के छात्रों के लिए एक और खुशखबरी है वह ये कि यहाँ 50 फीसदी सीटें उत्तराखंड के छात्रों के लिए आरक्षित होंगी। धन सिंह रावत ने कहा कि एनआईटी में 14 से 15 फीसदी स्टेट का कोटा होता है। उत्तराखंड की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए यहां इसे बढ़ाकर 50 फीसदी किया जाएगा। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक से इस मसले पर बात हो चुकी है। एनआईटी का काम तकनीकी शिक्षा विभाग करेगा। इसकी डीपीआर जमा हो चुकी है। क्षेत्र में एक हेलीपैड बनना है। वर्ष 2022 तक ऋषिकेश से श्रीनगर तक रेल लाइन का निर्माण कार्य भी पूरा हो जाएगा।
आपको बता दें सुमाड़ी के ग्रामीणों ने बिना शर्त एनआईटी के लिए अपनी 300 एकड़ जमीन निशुल्क दी है। इसके अलावा आईटीआई और रेशम विभाग की जमीन भी एनआईटी को दी गई है। पेयजल के लिए 23 से 24 करोड़ रुपये राज्य सरकार देगी। पांच करोड़ रुपये अवमुक्त किए जा चुके हैं। उच्च शिक्षा राज्य मंत्री ने यह बताया कि एनआईटी परिसर में केंद्रीय विद्यालय का भी निर्माण किया जाएगा। इसमें 50 फीसदी सीटें एनआईटी स्टाफ के बच्चों के लिए आरक्षित होंगी। इतनी ही सीटों पर क्षेत्र के आस पास के बच्चे दाखिला पा सकेंगे।