प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश की सीमाओं पर बसा हर गांव देश का पहला गांव है। कहा कि सीमांत क्षेत्रों में बसे गावों को विकसीत करने के लिए सरकार द्वारा कारगर कदम उठाए जा रह हैं। शुक्रवार को उत्तराखंड पहुंचे पीएम मोदी ने केदारनाथ, और बदरीनाथ धाम के दर्शन किए। इसके बाद पीएम मोदी ने चीन सीमा में स्थित देश के आखिरी गांव ‘माणा’ में एक जनसभा भी आयोजित की। उन्होंने कहा कि माणा गांव, भारत के अंतिम गांव के रूप में जाना जाता है। लेकिन जैसे हमारे मुख्यमंत्री जी ने इच्छा प्रकट की अब तो मेरे लिए भी सीमा पर बसा हर गांव देश का पहला गांव ही है। सीमा पर बसे आप जैसे सभी मेरे साथी देश के सशक्त प्रहरी हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि आज से 25 साल पहले उत्तराखंड में बीजेपी के कार्यकर्ता के रूप में मैंने माणा में उत्तराखंड बीजेपी कार्यसमिति की बैठक बुलाई थी। तो मेरे साथी कार्यकर्ता उस समय नाराज हो गए थे। मैंने कार्यकर्ताओं से कहा कि जिस दिन उत्तराखंड बीजेपी के दिल में माणा का महत्व पक्का हो जाएगा। उस दिन उत्तराखंड की जनता के दिल में भाजपा के लिए महत्व बन जाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि अब तो मेरे लिये भी सीमाओं पर बसा हर गांव देश का पहला गांव ही है। कहा कि पहले जिन इलाकों को देश के सीमाओं का अंत मानकर नजर अंदाज किया जाता था, हमने वहां से देश की समृद्धि का आरंभ मानकर शुरू किया। लोग माणा आएं , यहां डिजिटल टेक्नोलॉजी का प्रयाग किया जा रहा है।
पीएम मोदी ने 3400 करोड़ रूपए से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इनमें गौरीकुंड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुंड साहिब दो नई रोपवे परियोजनाओं सहित दो सड़क चौड़ीकरण परियोजनाएं – माणा से माणा पास (एनएच – 07) और जोशीमठ से मलारी (एनएच107बी) शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड काल में कोरोना की वैक्सीन पहाड़ों तक पहुंचाई गई। इसमें उत्तराखण्ड और हिमाचल में बेहतर काम किया गया। गरीब कल्याण योजना में उत्तराखण्ड के लाखों लोगों को लाभ मिला। डबल इंजन सरकार ने होम स्टे और स्किल डेवलपमेंट से युवाओं को जोड़ा है।