उत्तराखंड में लगातार बारिश के कारण स्थिति असामान्य हो गई है। बाढ़ और भूस्खलन से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खास कर किसी की तबीयत खराब हो जाने की स्थिति में उसके इलाज के लिए अस्पताल तक जाने में तमाम तरह की दिक्कतें आ रही हैं। दूरदराज के गांवों में स्थिति ज्यादा खराब है। इसी बीच उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में मुनस्यारी से 40 किमी दूर लास्पा गांव में पत्थर की चपेट में आने से घायल महिला के लिए छह दिन बाद भी हेलीकॉप्टर नहीं आया। शनिवार को भारत तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों ने दर्द से छटपटा रही महिला को स्ट्रेचर में रखकर मुनस्यारी पहुंचाने का फैसला लिया। बताया जा रहा है कि आईटीबीपी 14 वीं वाहनी के 25 जवानों ने महिला को सड़क तक पहुंचाया।
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आईटीबीपी के जवानों ने मुनस्यारी तक का सफर पैदल चलकर पूरा किया। रास्ते में पहाड़, उफनाई नदी और नाले के अलावा भूस्खलन वाले क्षेत्र भी पड़े। आईटीबीपी जवानों की टीम ने महिला को स्ट्रेचर पर लेकर 40 किलो मीटर का सफर 15 घंटे में पैदल चलकर पूरा किया। कठिनाइयों को पार करते हुए जवान महिला को अस्पताल लेकर पहुंचे। राज्य भर में 210 सड़कें अभी भी बंद चल रही हैं। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता हरिओम शर्मा ने बताया कि राज्य में लोनिवि की 104 और पीएमजीएसवाई की 106 सड़कें बंद चल रही हैं और इन्हें खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। सड़कों को खोलने के लिए 305 जेसीबी और पोकलैंड मशीनों को लगाया गया है।
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