उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के जखोली ब्लॉक में कल देर रात बारिश सिरवाड़ी गाँव के लिए तबाही का बड़ा मंजर लेकर आयी है। रविवार देर रात बादल फटने से गांव में बहुत नुकसान हुआ है। कई लोगों के घरों में मलबा घुस गया तो मलबे से खेत-खलिहान और पैदल रास्ते पूरी तरह टूटकर ख़त्म हो गए हैं घटना की सूचना मिलने के बाद प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। बादल फटने की घटना से गांव में खौफ का माहौल है और सबकी आंखें भी इस मंजर को देखकर नाम हैं।
गांव को जाने वाली सड़क, संपर्क मार्ग, पेयजल और विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त हो गई हैं। ग्रामीणों की सिंचित व असिंचित भूमि भी नष्ट हो गई। बता दें कि वर्ष 1986 में इस गांव में बादल फटने से कई ग्रामीणों की जान गई थी। पूर्व जिला पंचायत सदस्य महावीर पंवार ने बताया कि गांव के ऊपर गदेरे में बादल फटा है। जिससे कई परिसंपत्तियों को नुकसान पहुंचा है। सभी ग्रामीण सुरक्षित हैं लेकिन लोगों के घरों पर भारी मलबा और बोल्डर गिरे हुए हैं। गांव के खेत-खलिहानों और रास्तों पर भी मलबा भर गया है। गांव के लोग रात को ही अपने घर खाली कर चुके हैं। मलबे के कारण कई ग्रामीणों के घर और गौशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं।
यह भी पढ़िये: उत्तराखण्ड के लिए बुरी खबर: 24 वर्षीय जवान मणिपुर में शहीद, अक्टूबर में होनी थी शादी
गांव को जोड़ने वाला गोरपा-सिरवाड़ी मोटरमार्ग भी जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गया है। इसकी वजह से इस इलाके की हजारों की आबादी घरों में ही कैद हो गई है। सिरवाड़ी गांव से कुछ आगे मोटरमार्ग पर स्थित पुलिया भी बारिश की भेंट चढ़ गई है, यहां पर सड़क का कुछ अता-पता नहीं है।
यह भी पढ़िये: 90 साल की बूढी माँ निकली कोरोना पॉजिटिव तो बेटा चादर में लपेट कर जंगल में छोड़ आया