प्रसिद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे 13 फरवरी से 15 फरवरी तक अपने तीन दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड आ रखे हैं, और इस दौरान उन्होंने यहाँ पहुंचकर अनेक जनसभाओं को संबोधित किया इस दौरान अधिकतम समय गांधीवादी नेता अन्ना हजारे ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला और सरकार पर जनता से वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया, और किसानों को समर्थन देते हुए कहा की किसान को तुरंत GST के दायरे से बाहर रखना होगा, और साथ ही किसानों को पांच हजार रुपये मासिक पेंशन देने की वकालत की। आपकी जानकारी के लिए बता दें की 23 मार्च यानी शहीद दिवस के दिन से अन्ना हजारे एक बार फिर दिल्ली के रामलीला मैदान में आन्दोलन शुरू करने वाले हैं और इसी आन्दोलन को समर्थन माँगने वो उत्तराखंड की जनता के बीच आ रखे हैं।
इस दौरान कल यानी 14 फरवरी को वो श्रीनगर पहुंचे और यहाँ अन्ना हजारे ने एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया, इसके बाद किसान मंच युवा के प्रदेश अध्यक्ष गणेश भट्ट ने अन्ना हजारे के सामने पहाड़ी जिले की राजधानी पहाड़ में ही होने के प्रस्ताव को रखा। जिस पर गांधीवादी नेता ने कहा पहाड़ी राज्य की राजधानी पहाड़ में ही होना असंभव नहीं बल्कि संभव है, बस लोगों को संगठित होना होगा और मिलकर सरकार के सामने ये बात रखनी होगी और आने वाले समय में वो भी इस मुद्दे पर सोचेंगे। और उसके बाद उत्तराखंड की राजधानी गैरसैंण हो इस मुद्दे पर उन्होंने जनता को अपना समर्थन दिया। अब उम्मीद है कि समाजसेवी अन्ना हजारे के समर्थन से आन्दोलनकारियों में एक नया जोश आएगा और वो स्थाई राजधानी गैरसैंण बने इसके लिए सरकार को मजबूर करेंगे।