व्यवसायी भूपेंद्र चंद्र पांडे उर्फ भुप्पी की हत्या के बाद आज सोमवार को लोगों ने उनका शव सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया। लोग इंसाफ की मांग कर रहे हैं। लोग और मृतक के परिजन एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव से कोतवाल विक्रम राठौड़ के निलंबन और आरोपी गौरव गुप्ता की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
उत्तराखंड में अपराधी बेखौफ हैं, दिनदहाड़े लूट और हत्या की वारदातें हो रही हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन की नींद टूटने का नाम नहीं ले रही। मामला हल्द्वानी का है, जहां रविवार को दिनदहाड़े एक प्रॉपर्टी डीलर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। गोली के चलते ही इलाके में अफरा-तफरी मच गई थी। लोग घरों से बाहर निकल आए। बाद में पुलिस को सूचना दी गई। हत्या का आरोप दो सगे भाईयों पर लगा है।
मंगलपड़ाव चौकी भी कुछ फासले पर थी और कोतवाली महज 550 मीटर दूर। संडे की छुट्टी और धूप खिली होने के कारण भीड़भाड़ थी। इसलिए भगदड़ मच गई। लोग जान बचाकर भागने की कोशिश में दिखे। बेखौफ हमलावरों ने जिस अंदाज में वारदात की, उससे हर कोई हैरान रह गया। इस बीच, ट्रैफिक पुलिस के जवान हमलावर को रोकने के लिए भागे मगर हमलावर ने एक गोली हवा में चला दी। गोली चलते ही ट्रैफिक पुलिस के जवान और अन्य लोग पीछे हट गए।
मौत के बाद उनके परिजनों का कहना है कि पुलिस की ढिलाई से हमलावरों के हौसले बुलंद हो गए। लोगों का आरोप था कि यदि पुलिस समय से कार्रवाई करती तो भुप्पी पांडे की जान बच सकती थी। पुलिस हमेशा समझौता करने का दबाव बनाती रही।