स्वास्थ्य विभाग की 108 आपतकालीन सेवा की बदहाली एक बार फिर देखने को मिली है। कपकोट के फरसाली गाँव की गर्भवती महिला ने दर्द से तड़पते हुए 108 एम्बुलेंस का घंटों इंतजार किया लेकिन तेल की कमी के कारण एम्बुलेंस नहीं आयी। काफी देर बाद गर्भवती को टैक्सी से कपकोट सीएचसी ले जाते समय टैक्सी मे ही महिला ने बच्चे को जन्म दिया। नवजात की हालत गंभीर बतायी जा रही है।
जानकारी के अनुसार, फरसाली गांव निवासी हरीश राम की गर्भवती पत्नी पूजा को शनिवार दोपहर प्रसव पीड़ा शुरू हुई।जिसके बाद परिजनों ने 108 एम्बुलेंस को फोन कर मदद के लिए बुलाया। घंटों गर्भवती महिला एम्बुलेंस के इंतजार मे तड़पती रही लेकिन वाहन मे तेल न होने के कारण 108 एम्बुलेंस नही आयी।
इसके बाद जब परिजनों ने टैक्सी की व्यवस्था कर गर्भवती को कपकोट ले जाने लगे तभी बीच रास्ते में टैक्सी मे ही गर्भवती ने बच्चे को जन्म दे दिया। इसके बाद जान के जोखिम के बीच आनन फानन मे प्रसूता और नवजात को सीएचसी भर्ती कराया गया। उपचार के बाद महिला की हालत ठीक बतायी गयी लेकिन नवजात की हालत गंभीर देखते हुए, नवजात को देर शाम खुशियों की सवारी से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
आपको बता दे पहले भी राज्य मे एम्बुलेंस मे तेल की कमी के कारण गर्भवती महिला और नवजातों की जान खतरे मे आती रही है। जो राज्य के स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को उजागर करता रहा।