उत्तराखंड में पिछले एक महीने से कोरोना संक्रमण ने अपना असली रूप दिखाना शुरू कर दिया है जिसके बाद अब इस छोटे से पहाडी राज्य में भी हर दिन 300 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। 17 अगस्त को प्रदेश में 319 नए संक्रमित मरीज मिले हैं। इस दौरान 385 मरीज इलाज के बाद वापस अपने घर भी लौटे हैं। प्रदेश में संक्रमित मामलों की संख्या बढ़कर अब 12493 हो गई है। उत्तराखंड में अब तक 158 मरीजों की मौत हो चुकी है। 5987 सैंपलों की जांच रिपोर्ट मिली है। जिनमें 5668 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन दिनों सबसे ज्यादा मामले हरिद्वार जिले में देखने को मिल रहे हैं।
लेकिन इस बीच सबसे ज्यादा चिंताजनक पहले यह है कि अब पहाडी जिलों में भी कोरोना संक्रमण ने भयावह तेजी पकड़ ली है। बीते दिन उत्तरकाशी जिले में 77 कोरोना संक्रमित मरीज मिलने से हालत गंभीर बन गए हैं। रुद्रप्रयाग जिले में 41, ऊधमसिंह नगर में 38, नैनीताल में 23, टिहरी में 15 नए मामले सामने आये हैं। रुद्रप्रयाग जिले में 41 मरीज मिलने से भी सनसनी मच गयी है लेकिन देर शाम जिला स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि उन्होंने गलत हेल्थ बुलेटिन जारी किया है जिसके कारण यह आंकड़ा 41 हुआ है जबकि 17 अगस्त को जिले में 3 ही नए मामले सामने आये हैं।
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उत्तरकाशी जिले की हालत इन दिनों सबसे अधिक भयावह बनी हुई है, जिसका खौफ भी आम जनता पर साफ़ देखने को मिल रहा है। प्रदेश में संक्रमण दर 5.05 प्रतिशत पहुंच गई है। वहीं, डबलिंग दर 28.95 दिन और रिकवरी दर 67.92 प्रतिशत है। राज्य में संक्रमितों की मृत्यु दर लगातार बढ़ रही है। सात दिन के भीतर 34 संक्रमितों की मौत हुई है। प्रदेश में कोरोना मरीजों की मृत्यु का आंकड़ा 158 पहुंच गया है।