अब लग रहा है कि सच में उत्तराखंड में डबल इंजन की सरकार काम कर रही है यानी केंद्र की भाजपा सरकार और उत्तराखंड की भाजपा सरकार यानी काम दोगुनी तेजी से क्यूंकि यहाँ हम जिस प्रोजेक्ट के बारे में आपको बता रहे हैं अगर वो सच में जरुरी सुविधाओं और तय समय पर पूरा हो जाता है तो ये प्रदेश की त्रिवेंद्र रावत सरकार के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। दरसल पिछले काफी समय से पर्यटन विभाग मसूरी पर रिसर्च कर रहा था और वो इस निष्कर्ष पर पहुंचा की हर साल मसूरी में पर्यटकों की संख्या कम से कम 1 लाख तक बढ़ रही है जहाँ 2008 में ये आंकड़ा 21 लाख था तो 2017 में लगभग 28 लाख लोग मसूरी आये हैं।
मसूरी आने पर जो सबसे बड़ी समस्या यहाँ होती थी वो है जाम का झाम लोग मसूरी तो आना चाहते हैं यहाँ इसके अलावा सीजन में और बर्फ़बारी के समय बहुत लोग आधे रास्ते में जाम के कारण वापस मुड़ जाते हैं पर अगर अब उत्तराखंड सरकार की ये योजना रंग लाती है तो ऐसा नहीं होगा क्यूंकि बहुत जल्द देहरादून से मसूरी तक रोपवे बनाने का लक्ष्य तय किया गया है। देहरादून के पुरकुल गाँव से और मसूरी के लाइब्रेरी चौक तक तकरीबन 5.30 किमी रोपवे जल्द ही बनाया जाएगा जिसमे हर बार 10 लोग एक तरफ से जा पायेंगे| इस रोपवे प्रोजेक्ट पर उत्तराखंड पर्यटन विभाग ने केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की मदद से वैबिलिटी गैप फंडिंग(वीजीएफ) स्कीम के तहत ग्रांट की मांग की है। और अगर सब कुछ सही रहा तो 400 करोड़ के इस डीपीआर रोपवे प्रोजेक्ट को वित्त की सहमति मिलने के बाद पर्यटन विभाग निविदाएं आमंत्रित करने वाला है।
आगामी मई महीने तक निविदा प्रक्रिया पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है, इसके बाद पुरकुल गाँव में पार्किंग बनायी जायेगी जहाँ एक साथ 1500 गाड़ियाँ पार्क हो सकती हैं, उसके बाद पर्यटक आराम से मसूरी के सैर के लिए जा सकते हैं। उत्तराखंड पर्यटन विभाग की इस महत्वाकांक्षी योजना के लिए बहुत सारे एनआरआई भी आगे आ रहे हैं और इस प्रोजेक्ट में दिलचस्पी ले रहे हैं और साथ ही काफी सारे निवेशक इस योजना की रिसर्च भी यहाँ से करके गये हैं, इन दिनों फिलहाल जमीन का सीमांकन का काम चल उत्तराखंड सरकार यहाँ कर रही है, जून से रोपवे योजना पर काम शुरू करने का लक्ष्य तय गया है।