साल 2013 में आयी केदारनाथ आपदा के बाद से केदारनाथ धाम की हालात काफी खस्ता हो रखी थी, उसके बाद जब साल 2014 में केंद्र में बीजेपी की सरकार आयी तबसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नयी केदारपुरी का निर्माण ड्रीम प्रोजेक्ट है। इन पिछले चार सालों में प्रधानमंत्री कार्यालय और खुद प्रधानमंत्री केदारनाथ में चल रहे निर्माण कार्यों पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं, और उत्तराखंड में भी जबसे भाजपा की सरकार आयी है तबसे नयी केदारपुरी के निर्माण में तेजी भी देखने को मिली है।
अब एक ताजा तस्वीर केदारनाथ से निकलकर सामने आ रही है और वो ये है कि अब मंदिर के दूसरे छोड़ से केदारघाटी के विहंगम दृश्य का नजारा लिया जा सकता है, जिसके लिए यहाँ एक जगह का निर्माण किया गया है जिसका नाम रखा गया है अराइवल प्लाजा। इस स्थान पर तीर्थयात्री सुकून के साथ बैठ सकते हैं और साथ ही ध्यान भी लगा सकते हैं। यह स्थान मंदाकिनी और सरस्वती नदी के संगम स्थान पर बनाया गया है यह पूरा मार्ग 252 मीटर लम्बा है, इस पूरे मार्ग पर पहले स्थानीय ग्रेनाइट पत्थरों से बनी टाइल्स लगाई जानी थे पर बाद में इसमें ग्रेनाइट पत्थर ही लगाए गये हैं।
उत्तराखंड अन्तरिक्ष उपयोग केंद्र (यूसैक) के निदेशक डॉ एमपीएस रावत ने इस पर कहा कि इस पूरे अराइवल प्लाजा का क्षेत्रफल 64 वर्गमीटर है और इस प्लाजा के अलावा भी यहाँ दो और प्लाजा का निर्माण किया जा रहा है जिनके नाम हैं टेम्पल प्लाजा और सेन्ट्रल प्लाजा। बात करैं अगर अराइवल प्लाजा की तो इस प्लाजा पर एक समय पर 400 लोग खड़े हो सकते हैं और इस पूरे प्लाजा पर 40 हजार टाइल्स लगाई गयी हैं, इन टाइल्स को आपस में सीमेंट से चिपकाने की जगह दो टाइल्स को सीमेंट से टेप किया गया है इसके पीछे कारण यह है कि अगर इन्हें सीधे सीमेंट से चिपकाया जाता तो तापमान में बदलाव और किसी अन्य बदलाव के कारण ये चटक जाती।