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उत्तराखण्ड लॉकडाउन: चाय की चुस्कियों पर भी लग सकता है कोरोना का ग्रहण ! पढ़िए वजह

करोना का असर चाय की चुस्कियों पर भी पड़ सकता है। आसाम में चाय का सीजन शुरू हो गया है, लेकिन कोरियर सेवा बंद होने के कारण कारोबारी चायपत्ती के सैंपल नहीं मंगवा पा रहे हैं। ऐसे में कारोबारी चायपत्ती की डिमांड नहीं भेज पा रहे हैं। यदि जल्द कोरियर सेवा शुरू नहीं होती है तो दून के व्यापारी अच्छी क्वालिटी की चायपत्ती खरीदने से चूक सकते हैं। देहरादून में चायपत्ती के करीब छह बड़े कारोबारी हैं। इनके यहां से देहरादून के साथ ही गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्र में भी चाय की आपूर्ति होती है। व्यापारी आसाम की चायपत्ती खरीदते हैं। कारोबारी इसी समय सालभर की चायपत्ती स्टोर कर देते हैं। अच्छी क्वालिटी की चाय की खरीद हो इसके लिए पहले सैंपल मंगाते हैं। लेकिन इस बार लॉकडाउन के चलते कोरियर सेवा बंद है, जिस कारण सैंपल नहीं आ रहे हैं।

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दर्शनीगेट व्यापार मंडल अध्यक्ष एवं चायपत्ती कारोबारी दीपक गुप्ता ने बताया कि पहले हमें अच्छी क्वालिटी की चायपत्ती 250 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मिल जाती थी, लेकिन बार रेट 300 से 310 तक हैं। ऐसे में हम बिना सैंपल जांच किए चायपत्ती की डिमांड नहीं कर सकते हैं। बगैर सैंपल जांच चायपत्ती खरीदी तो उसकी क्वालिटी का पता नहीं चल पाएगा। कारोबारी दीपक गुप्ता ने बताया कि उनका करीब सालाना दस करोड़ की चायपत्ती का कारोबार है। दून में यह कारोबार 50 करोड़ तक है। रोजाना पांच से दस हजार किलो चाय बिकती है। रेट में 50 से 60 रुपये का इजाफे के आसार हैं।

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