युवाओं को स्टार्टअप के लिए प्रेरित करने की दिशा में देवभूमि उत्तराखंड तेजी से आगे की ओर बढ़ रहा है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से शुक्रवार 11 सितम्बर को जारी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की स्टार्टअप रैंकिंग-2019 में यह देखने को मिल रहा है। इस बार एस्पायरिग लीडर्स (आकांक्षी नेतृत्व) श्रेणी में उत्तराखंड को स्थान मिला है जबकि पिछली बार वह इमर्जिग राज्यों की श्रेणी में था। रैंकिंग में इस बार उत्तराखंड का देशभर में 9वां स्थान मिला है। जबकि पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश इस बार पीछे छूट चुके हैं। स्टार्ट अप की बेस्ट परफॉर्मिंग श्रेणी की रैंकिंग में गुजरात और केंद्र शासित प्रदेश अंडमान निकोबार को जगह मिली है।
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उत्तराखंड में भी पिछले कुछ समय से स्टार्टअप की पहल हुई और युवाओं ने भी इसमें रुचि दिखाई। हालांकि, शुरुआती दौर में कुछ दिक्कतें रहीं, लेकिन वर्ष 2018 में स्टार्टअप नीति लागू होने के बाद उद्योग निदेशालय में बाकायदा स्टार्टअप प्रकोष्ठ भी बनाया गया था। इसके लिए नोडल अधिकारी भी नामित किया गया। साथ ही विभिन्न विश्वविद्यालयों के अलावा आइआइटी रुड़की और आइआइएम काशीपुर से भी हाथ मिलाया गया। प्रदेश सरकार की ओर से स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए नए उद्यमियों को कई तरह की सहूलियतें दी जा रही है। इससे उत्तराखंड ने राष्ट्रीय स्तर पर स्टार्ट अप रैंकिंग में सुधार किया है।
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जिसके बाद अब उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय ने भी स्टार्टअप के लिए उत्तराखंड में किए जा रहे प्रयासों को सराहा है। परिणामस्वरूप राज्य को स्टार्टअप रैंकिंग-2019 की एस्पायरिग लीडर्स श्रेणी में जगह मिल पाई है। इस मौके पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से उत्तराखंड ने स्टार्टअप के क्षेत्र में काफी मेहनत की है और इसके अच्छे नतीजे सामने आ रहे हैं। राज्य का एस्पायरिग लीडर्स श्रेणी में स्थान हासिल करना इसका उदाहरण है। स्टार्टअप के लिए अब और तेजी से कदम बढ़ाए जाएंगे।