अगर मुझे मेरे परिवार का साथ नहीं मिलता तो मैं क्रिकेट कब का छोड़ देता. मैंने 3 बार खुदकुशी करने के बारे में सोचा था. मेरा घर 24वीं मंजिल पर था और मेरे परिवार को लगता था कि मैं कहीं अपार्टमेंट से कूद न जाऊं. ये शब्द भारत के स्टार गेंदबाद मोहम्मद शमी के थे. ये वो समय था जब उन्होंने अपनी जिंदगी के सबसे कठिन दौर का जिक्र किया था. लेकिन समय के साथ-साथ कठिनाइयां कम हुईं और शमी इतिहास लिखने चल पड़े. आज शमी की गेंदबाजी का लोहा पूरी दुनिया मान रही है. उत्तराखंड में खानपुर के विधायक उमेश कुमार ने कहा कि वर्ल्ड कप में धमाल मचा रहे तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के साथ एक फोटो शेयर कर विधायक ने लिखा, ”ये वही लड़का है जिस पर इसकी पत्नी ने बलात्कार और दहेज का मुकदमा लगवाया था.
ये वही लड़का है जिस पर इसकी पत्नी ने पाकिस्तान के साथ मैच फिक्सिंग के पैसे लेने का आरोप लगाकर जांच शुरू करवाई थी. ये वही लड़का है जो आत्महत्या करना चाहता था. ये वही लड़का है जिसकी मां, बहन, भाई को जेल भिजवाने की साज़िशें रची गईं. ये वही लड़का है जिसको झूठे आरोपों के चलते वर्ल्ड कप शुरू होने से दो दिन पहले कोलकाता कोर्ट के कठघरे में मुजरिम की तरह आंख में आंसू लेकर जमानत के लिए खड़ा होना पड़ा था. कहानी अभी बाक़ी है मेरे दोस्त मोहम्मद शमी. तुम्हारे लिए एक शेर…मैं आंधियों के पास तलाश-ए-सबा में हूं, तुम मुझ से पूछते हो मेरा हौसला है क्या.
यहां तक पहुंचने की राह शमी के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं थी. पिछले कुछ वर्षों से शमी कई आरोपों और विवादों से जुड़े रहे. यही वो समय था जब उन्होंने एक बार नहीं, तीन-तीन बार सुसाइड करने की ठान ली थी. ये वो समय था जब शमी 2015 वर्ल्ड कप के बाद चोट से वापसी कर रहे थे और उनकी पर्सनल लाइफ में बहुत उथल-पुथल मची थी. लेकिन किस्मत में कुछ और ही लिखा था. परिवार का साथ मिला और वह अपने बुरे वक्त से लड़कर इस मुकाम तक पहुंचे. 2020 में कोरोनाकाल के दौरान एक रोहित शर्मा के साथ इंस्टाग्राम लाइव में शमी ने सुसाइड का ख्याल आने वाली बात का खुलासा किया था.
उन्होंने कहा था, “मैं 2015 वर्ल्ड कप में चोटिल हो गया था. इसके बाद टीम में वापसी करने में मुझे 18 महीने लगे और वह मेरे जीवन का सबसे मुश्किल दौर था. आप जानते हैं कि रिहैब कितना मुश्किल होता है और उसके बाद पारिवारिक समस्याएं. ये सब चल रहा था और इसी बीच आईपीएल से 10-12 दिन पहले मेरा एक्सीडेंट हो गया. मीडिया में काफी कुछ चल रहा था मेरे निजी मुद्दों को लेकर.” शमी ने आगे कहा था, “मुझे लगता है कि अगर मेरे परिवार का साथ मुझे नहीं मिलता तो मैं क्रिकेट छोड़ देता. मैंने तीन बार खुदकुशी करने के बारे में भी सोचा था. मेरे परिवार में से किसी को मुझ पर नजर रखने के लिए मेरे पास बैठना होता था. मेरा घर 24वीं मंजिल पर था और उन्हें लगता था कि मैं कहीं अपार्टमेंट से कूद न जाऊं.”