बंगलुरू स्थित हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड हवाई अड्डे पर क्रैश हुए भारतीय वायुसेना का मिराज 2000 प्रशिक्षक विमान में सवार दोनों पायलट की मौत हो गई। अब खबर मिली है कि इमें से एक पायलट स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ नेगी देहरादून के रहने वाला थे. स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ नेगी का परिवार देहरादून में ही पंडितवाड़ी में रहता है। बेटे के शहीद होने की खबर सुनने के बाद से ही परिवार में मातम छाया हुआ है। उनके पिता बलबीर सिंह नेगी ग्राफिक ऐरा विश्वविद्यालय में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी हैं। सिद्धार्थ की शादी डेढ़ साल पहले ही हुई थी। परिवार में किसी को भी इस बात पर भरोसा नहीं हो रहा है जिस दिन देवभूमि का ये लाल देश के लिए कुर्बान हुआ उसी दिन उनका जन्मदिन भी था।
बता दें कि इस दुखद हादसे में विमान में सवार दोनों पायलटों ने खुद को बचाने के लिए विमान से निकल जाने की कोशिश की लेकिन वह धमाके बाद विमान में लगी आग की चपेट में आ गए। वायुसेना के अधिकारियों के अनुसार ये विमान आबादी वाले इलाके में गिर सकता था, लेकिन दोनों पायलटों की सूझबूझ से बड़ा हादसा होने से टल गया क्यूंकि अगर ये विमान आबादी वाले इलाके में गिरता, तो बड़ी तबाही भी सकती थी। लेकिन पायलट्स ने जबरदस्त क्षमता का परिचय दिय़ा और विमान को आबादी वाले इलाके से दूर लेकर चले गए थे। सिद्धार्थ नेगी ने सेवन ऑक्स स्कूल से 10वीं और केवि एफआरआई से 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। उसके बाद उनका चयन एनडीए में हुआ वर्ष 2005 से वर्ष 2008 के बीच इनका प्रशिक्षण हुआ और फिर जून 2009 में वह एयरफोर्स एकेडमी से पास आउट हुए थे। प्रशिक्षण में उनकी काबिलियत को देखते हुए उन्हें गोल्डन ब्वॉय के नाम से जाना जाने लगा था।