कोरोना वायरस कहर अब पहाड़ो की ओर अग्रसर हो गया है, प्रवासियों को लाने की खबर जितनी ख़ुशी की है उतना ही खतरा भी बढ़ते जा रहा है, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा ग्राम प्रधानों को बाहर से आ रहे प्रवासियों के लिए गांव में ही क्वॉरेंटाइन सेंटर में 14 दिन तक निवास करने की जिम्मेदारी दी है लेकिन बहुत से प्रवासी इसे केवल ग्राम प्रधान की जिम्मेदारी ही समझ रहे हैं, ऐसा ही एक मामला नैनीताल जिले के कोटाबाग ब्लॉक के ग्राम पंचायत ओखलडूंगा में देखने को मिला है जहां रोहतक से पहुंचे दो सगे भाइयों को ग्राम प्रधान द्वारा क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने की अपील की गई, जिससे नाराज दोनों भाइयों ने जमकर अभद्रता की और उत्पात मचाया। आगे पढ़ें :
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आरोप है कि भाइयों ने पहले वहां शराब पी और फिर गाली-गलौच शुरू कर दी। रोहतक से गांव आए दोनों सगे भाइयों ने ग्राम प्रधान प्रीति चौरसिया और उनके ससुर राजेंद्र चौरसिया से न सिर्फ गाली गलौज की बल्कि दोनों के साथ हाथापाई पर भी उतर आये, जब लोगो उन्हें समझने की कोशिश की तो उन्होंने लोगो पर भी पलटवार किया और क्रोध में आकर पुरे क्वॉरेंटाइन सेंटर को तहस-नहस कर दिया, साथ ही गांव वालों द्वारा समझाने पर उन पर पथराव भी कर दिया किसी तरह प्रधान और अन्य लोगों ने वहां से भागकर अपनी जान बचाई। हालांकि तहसीलदार ने देर शाम क्षेत्र का दौरा करते हुए दोनों को होम क्वॉरेंटाइन रहने के सख्त निर्देश दिए हैं जबकि ग्राम प्रधान ने दोनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।