अल्मोड़ा: चौखुटिया के सिरौली गांव निवासी मृतक बीएसएफ जवान की उनके पैतृक घाट बबलेश्वर में गमगीन माहौल में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतष्टी की गई। जवान के अंतिम दर्शन को गांव समेत आस पास के भारी संख्या में लोग पहुंचे। गौरतलब है कि चौखुटिया के सिरौली निवासी बीएसएफ जवान की शुक्रवार को तड़के संदिग्ध हालत में मौत हो गई। मौत की खबर सुनते जवान की पत्नी व उनके इकलौता पुत्र हरीश बेशुध हो गए। रविवार को जवान का शव पैतृक गांव पहुंचा। जहां स्थानीय शमशान घाट पर उनके पुत्र ने गमगीन माहौल में जवान के चिता की मुखाग्नि दी।
इस बीच जब तक सूरज चाँद रहेगा कुंदन तेरा नाम रहेगा भारत माता की जय के नारे गूँजते रहे। दिल्ली से पहुंची बीएसएफ व सीआरपीएफ की टीम ने स्वर्गीय कुंदन के बेटे हरिश को तिरंगा सौंपकर 21 तोपों की सलामी दी। कुपवाड़ा से कुंदन आर्या के शव के साथ पहुंचे बीएसएफ के एसआई दिनेश जोशी ने बताया कि कुंदन पूरे यूनिट में जिम्मेदार जवान था। उनका हवलदार पद के बाद अगले माह एसआई पद में प्रमोशन होना था। सैनिक की मौत देश के लिए शहादत के रूप में हुई है। बताया कि तात्कालिक पारिवारिक लाभ के रूप में स्वर्गीय कुंदन की पत्नी सुनीता को 35 हजार की नगद राशि बीएसएफ की ओर से दी जा रही है। अन्य सभी लाभ जवान की पत्नी के खाते में भेज दिए जाएंगे।
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